BREAKING: स्कूल वैन का रेडिएटर फटने से कई बच्चे झुलसे, मची चीख-पुकार, घटना के बाद से वैन चालक फरार

 शहडोल। शहडोल में उस समय बड़ा हादसा टल गया, जब बच्चों को लेकर जा रही स्कूल वैन का रेडिएटर फट पड़ा। रेडिएटर फटने से कई बच्चे झुलस गए। गनीमत रही कि कोई भी बच्चा ज्यादा गंभीर रुप से जख्मी नहीं हुआ। पूरा मामला शहडोल जिले में अंतिम छोर स्थित सीधी थाना क्षेत्र के बनसुकली अंशू भारती पब्लिक स्कूल का है। घायल बच्चो को इलाज के लिए जयसिहंगर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

जिले के अंतिम छोर स्थित सीधी थाना क्षेत्र के बनसुकली अंशू भारती पब्लिक स्कूल की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बच्चों को ले जा रही वैन का रेडिएटर अचानक फट गया। इस घटना में गर्म पानी और लोहे के टुकड़ों की चपेट में आए कई बच्चे झुलस गए। सभी घायल बच्चों का इलाज जयसिहंगर अस्पताल में चल रहा है। इस घटना के बाद से वैन चालक और वैन दोनों लापता है। बच्चों के परिवारों ने स्कूल प्रबंधन पर खटारा गाड़ियों में बच्चों को स्कूल ले जाने और लापरवाही का आरोप लगाया है। वहीं लोगो का आरोप है कि स्कूल वैन चालक द्वारा गाड़ी का मेंटनेंस नही किया जाता है। इसके चलते गाड़ी हीट होकर रेडिएटर फट गया।

जानकारी के मुताबिक बनसुकली स्थित अंशू भारती पब्लिक की स्कूल वैन से सुबह बच्चे स्कूल जा रहे थे। स्कूली वैन जैसे ही कुंदा टोला मोड़ के निकट पहुंची तभी उसका रेडिएटर अचानक फट गया। वैन में बैठे कई बच्चे रेडिएटर से निकले गर्म पानी और लोहे के टुकड़ों की चपेट में आकर झुलस गए। बच्चे चीखने-चिल्लाने लगे। जिन्हें आनन फानन में जयसिनहंगर अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना के बाद से वैन चालक वैन को लेकर फरार हो गया। वहीं मामले में स्कूल के प्राचार्य प्रदीप मिश्रा ने कहा कि वैन का रेडिएटर फटने से हादसा हुआ है। कुछ बच्चे झुलसे हैं, जिन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

MPEB: अधिकारी ही लगा रहे है विभाग को चूना, चोरी की बिजली से रोशन हो रहे अधिकारियों के बंगले, स्ट्रीट लाइट से कनेक्शन

 जबलपुर। शहर में बिजली चोरी को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। बिजली की चोरी कोई और नहीं बल्कि एमपीईबी में बैठे टॉप मोस्ट अधिकारी ही कर रहे थे। जी हां जबलपुर के एमपीईबी क्षेत्र में बिजली कंपनी के सबसे बड़े अधिकारी ही बिजली चोरी की घटना को अंजाम दे रहे थे।

दरअसल इन अधिकारियों के बंगलों में स्ट्रीट लाइट से चोरी छुपे कनेक्शन किया गया था। इस बात का खुलासा करने कांग्रेस नेता भी पहुंचे हुए थे। मौके पर एक डेमो भी करके देखा गया। जैसे ही स्ट्रीट लाइट बंद की जाती इन अधिकारियों के बंगलों की लाइट जल जाती और जैसे ही स्ट्रीट लाइट का स्वीच ऑन किया जाता इन बंगलों की लाइट भी ऑन हो जाती।

नगर निगम भरता है स्ट्रीट लाइट का बिल

इन स्ट्रीट लाइट का बिजली का बिल नगर निगम द्वारा भरा जाता है। वहीं नगर निगम जिसका संचालन शहर की जनता की गाढ़ी कमाई के टैक्स के पैसों से होता है। नगर निगम इन अधिकरियों के घर का बिजली का बिल भर रहा है। इसका मतलब साफ है कि, जनता के पैसों की लूट बिजली विभाग के अधिकारी ही कर रहे हैं। बिजली विभाग के अधिकारी खुद फ्री में बिजली जला रहे हैं और भार शहर की जनता पर आता है।

किन किन अधिकारियों के घर जल रही चोरी की बिजली इनमें पूर्व विद्युत क्षेत्र कंपनी के एमडी, अन्य द्विवेदी। एमपीईबी के प्रबंध संचालक, मनजीत सिंह। मुख्य अभियंता, वाय के शिल्पकार। संचालक, प्रतीश कुमार दुबे। चीफ इंजीनियर एसके मेश्राम। ऐसे दर्जन भर अधिकारियों के घर चोरी की बिजली से रोशन हो रहा है।

कर को लेकर ‘कलह’, VIDEO: पानी शुल्क देने से मना करने पर महिलाओं ने शख्स को पीटा, तलवार से भी की हमला करने की कोशिश

 इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में पानी कर ना देने पर एक व्यक्ति की महिलाओं ने पिटाई कर दी। पिटाई का वीडियो सामने आया है। जिसमें देखा जा सकता है कि कुछ महिलाएं उस शख्स का कॉलर पकड़कर उसकी पिटाई करते नजर आ रही हैं। वहीं एक महिला तलवार लेकर भी आ जाती है। वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

दरअसल, पूरा मामला महू तहसील के भाटाखेड़ी पंचायत की रॉयल रेसीडेंसी कॉलोनी का है। जहां नल जल योजना के तहत हर घर में पंचायत ने नल लगवाए हैं। पंचायत ने कॉलोनी के रहवासियों से 300 रुपए प्रतिमाह पानी के लिए कर वसूली के आदेश दिए। लेकिन चंद्रप्रकाश दीक्षित नामक व्यक्ति ने इसका विरोध करते हुए कर देने से मना कर दिया। जिससे महिलाओं ने मिलकर उसकी जमकर पिटाई कर दी।

विवाद और पिटाई का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस मामले में दोनों पक्षों ने शिकायती आवेदन दिया है। पुलिस ने आवेदन लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। इस मामले में ग्रामीण एसपी भगवत सिंह विरदे ने बताया कि भाटाखेड़ी पंचायत में कॉलोनी बनी हुई है। जहां नल-जल योजना के तहत घर-घर नल लगाए गए हैं। उसी के शुल्क को लेकर पंचायत और वहां के रहवासियों के बीच विवाद हुआ है। दोनों पक्षों से आवेदन लेकर मामले की जांच की जा रही है।


जूडा का सरकार को अल्टीमेटम: कहा- ग्वालियर में मेडिकल छात्रों के साथ मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों को किया जाए सस्पेंड, नहीं तो…

 भोपाल/कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में आईपीएस ऋषिकेश मीना के साथ बदसलूकी के बाद पुलिस द्वारा मेडिकल छात्रों के साथ की गई मारपीट का जूडा ने विरोध किया है। जूडा ने मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की मांग नहीं है। साथ ही कार्रवाई नहीं करने पर सरकार को अल्टीमेटम दिया है। जुडा का कहना है कि अगर पुलिसकर्मियों को सस्पेंड नहीं किया जाता है तो कड़ा फैसला लिया जाएगा। बताया जा रहा है कि जूनियर डॉक्टर हड़ताल की तैयारी में हैं।

दरअसल, मंगलवार की रात में CSP ऋषिकेश मीणा गश्त कर रहे थे। इस दौरान मेडिकल कॉलेज रोड पर कुछ लड़के शराब पी रहे थे। CSP ने जब लड़कों को रोकने की कोशिश की तो वे कार लेकर मेडिकल कॉलेज के रविशंकर हॉस्टल में घुस गए। जिसके बाद CSP हॉस्टल पहुंचे। लेकिन उनकी हॉस्टल में गाड़ी दाखिल होते ही छात्र हॉस्टल से बाहर आ गए। छात्रों ने हॉस्टल में आईपीएस अधिकारी को बंधक बनाने की कोशिश की। साथ ही उनका मोबाइल, वायरलेस सेट और गाड़ी की चाबी छीन ली और सरकारी वाहन को पंचर कर दिया। साथ ही PSO के साथ भी मारपीट की।

घटना की जानकारी होने के बाद कई थानों के फोर्स ने मेडिकल कॉलेज के रविशंकर हॉस्टल को चारों ओर से घेर लिया। भारी संख्या में पहुंचे पुलिस फोर्स ने सर्चिंग अभियान चलाकर 6 से अधिक छात्रों को हिरासत में लिया। सर्चिंग के दौरान कई सीनियर छात्र हॉस्टल की छत से भागते हुए दिखे। बताया जा रहा है कि पुलिस ने छात्रों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। वहीं अंदर गटर से दो टुकड़ों में मोबाइल, गाड़ी की चाबी पुलिस ने बरामद की। इस मामले में GRMC मेडिकल कॉलेज के 10 छात्रों पर झांसी रोड़ थाना में केस दर्ज किया गया है।


कल ग्वालियर को मिलेगी बड़ी सौगात: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी स्वर्ण रेखा नदी पर बनने वाली एलिवेटेड रोड की रखेंगे आधारशिला, सीएम शिवराज भी रहेंगे मौजूद






 ग्वालियर। मध्यप्रदेश में पहली बार किसी नदी पर एलिवेटेड रोड का निर्माण होने जा रहा है। कल गुरुवार को एलिवेटेड रोड और आईएसबीटी बस स्टैंड का भूमि पूजन होगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के मुख्य आतिथ्य में होने जा रहे इस कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहेंगे।
आपको बता दें कि 466 करोड की लागत से फूलबाग स्थित रानी लक्ष्मीबाई स्मारक से ट्रिपल आईटीएम एबी रोड तक लगभग 6 किलोमीटर एलिवेटेड रोड फर्स्ट फेज स्वर्ण रेखा नदी पर बनने वाला है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय बस टर्मिनल का भी निर्माण होना है। ऐसे में गुरुवार को इसकी नींव रखी जाएगी। हजीरा स्थित खेल मैदान में आयोजित होने जा रहे इस भव्य कार्यक्रम की व्यवस्थाओं को लेकर बुधवार को ग्वालियर कलेक्टर, कमिश्नर, एसपी के साथ प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ने जायजा लिया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

ऊर्जा मंत्री प्रदुमन तोमर का कहना है कि गुरुवार का दिन ग्वालियर के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण दिन साबित होगा। उन्होंने कहा कि देश के सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ट्रिपल आईटीएम से लेकर वीरपुर बांध तक 15 किलोमीटर एलिवेटेड रोड का भूमि पूजन करेंगे। इस मौके पर प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर सहित कई वरिष्ठ नेता और अफसर मौजूद रहेंगे।

ऊर्जा मंत्री प्रदुमन तोमर ने कहा कि एलिवेटेड रोड शहर के अंदर मौजूद ट्रैफिक के दबाव को कम करने के साथ-साथ शहर की यातायात व्यवस्था को सुंदर और मजबूत बनाएगा। इसके साथ ही आईएसबीटी बस स्टैंड के जरिए अलग-अलग राज्यों से सड़क मार्ग की कनेक्टिविटी को और अधिक मजबूती भी मिलेगी। गौरतलब है कि केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी गुरुवार को दोपहर लगभग 2:00 बजे ग्वालियर पहुंचेंगे। जिसके बाद वह पीतांबरा पीठ दर्शन करने जाएंगे।

केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी का एमपी दौरा

  • केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी दोपहर लगभग 2:20 बजे विमान से दतिया पहुंचेंगे।
  • दतिया में मां पीताम्बरा पीठ के दर्शन करने के बाद ग्वालियर आएंगे।
  • दोपहर 3.35 के राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयरपोर्ट महाराजपुरा पहुंचेंगे।
  • शाम 4 बजे मुरैना लिंक रोड़ पर केन्द्रीय दिव्यांगजन खेल परिसर पहुंचेंगे।
  • एलीवेटेड रोड़, आईएसबीटी एवं अन्य विकास कार्यों के लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे।
  • शाम 5:45 बजे ग्वालियर एयरपोर्ट आकर विशेष विमान से नागपुर के रवाना होंगे।

वारदात से पहले गिरफ्त में 4 अपराधीः सभी राजस्थान के ‘कंजर गिरोह’ के सदस्य, आरोपियों के पास से देसी कट्टा, जिंदा कारतूस और धारदार हथियार जब्त

 उज्जैन। उज्जैन पुलिस ने कार्रवाई करते हुए वारदात से पहले ही 4 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार सभी अपराधी ‘कंजर गिरोह’ (kanjar gang) के सदस्य है। सभी पेट्रोल पंप के पास डकैती डालने की योजना बना रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 4 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं दो भागने में कामयाब रहे। पुलिस ने इनके पास से देसी कट्टा, जिंदा कारतूस और धारदार हथियार जब्त किया है।

उज्जैन जिले के झारड़ा पुलिस ने पेट्रोल पंप पर डकैती डालने की तैयारी कर रहे राजस्थान के हथियार बंद कंजर गिरोह के सदस्यों को रंगे हाथ पकड़ा है। 6 आरोपी मिलकर पेट्रोल पंप के पास डकैती की योजना बना रहे थे। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने तीन टीम बनाकर आरोपियों को हिरासत में लिया। चोरी के वाहन से लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए कंजर गिरोह के सदस्य उज्जैन आए थे। गिरोह के दो सदस्य पुलिस को चकमा देकर भागने में कामयाब रहे। दोनों आरोपियों को पुलिस तलाश कर रही है।
देर रात की गई कार्रवाई में चार आरोपियों तो पुलिस ने चाकू छुरी डंडे मिर्ची पावडर के साथ हिरासत में लिया है। इन कंजरों से हथियार में टॉमी, सरिया, चाकू, जिंदा कारतूस, देसी कट्टा, मिर्ची पाऊडर, राजस्थान की शराब और घटना में प्रयुक्त वाहन जब्त किया है। अपराधियों से पूछताछ में जानकारी लगी की वाहन भी चोरी की है।

खनिज निरीक्षक सस्पेंडः गर्भवती पत्नी ने दहेज प्रताड़ना और मारपीट का लगाया है आरोप, काम में लापरवाही और आपराधिक मामले दर्ज होने के बाद कलेक्टर ने किया निलंबित

 बुरहानपुर। बुरहानपुर में खनिज विभाग निरीक्षक गोविन्द पाल को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड (Mineral Inspector Govind Pal suspended) कर दिया गया है। खनिज निरीक्षक पर गर्भवती पत्नी ने दहेज प्रताड़ना (Mineral inspector Govind Pal accused of dowry harassment) और मारपीट का आरोप भी लगाया था। काम में लापरवाही बरतने और आपराधिक मामला दर्ज होने के बाद बुरहानपुर कलेक्टर प्रवीण सिंह (Burhanpur Collector Praveen Singh) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गोविन्द पाल को निलंबित कर दिया है।

बता दें कि 31 अगस्त को खनिज विभाग (Mineral Department) निरीक्षक गोविन्द पाल की गर्भवती पत्नी ने लालबाग थाने में पति गोविंद पाल, देवर अनिल पाल, सास संतीबाई और ससुर बाल्मीक प्रसाद पाल के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और मारपीट कर घर से भगाने की शिकायत की थी। इसके बाद पुलिस ने दहेज प्रताड़ना सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था।

आरोपी देवर

प्रियंका ने लिखित आवेदन देकर लालबाग थाना पुलिस को बताया कि देवर अनिल पाल व उसके माता-पिता के उकसावे में आकर पति ने मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया है। देवर और सास-ससुर उससे दहेज की मांग करने के साथ ही मारपीट भी करते थे। प्रियंका ने पत्रकारों से बातचीत में यह भी कहा कि अनिल खुद कोई काम धंधा नहीं करता। बावजूद इसके बुरहानपुर में रहते हुए उसने कार और ट्रैक्टर आदि खरीद लिया है। प्रियंका का आरोप है कि अनिल अपने खनिज निरीक्षक भाई के बदले खनन कारोबारियों से रकम वसूल करता है। उसकी संपत्ति की प्रशासन काे जांच करानी चाहिए।खनिज निरीक्षक का भाई करता है वसूली
बता दें कि सालभर पहले खनिज निरीक्षक गोविंद पाल की बुरहानपुर में पदस्थापना हुई थी। इसके बाद से ही उनका भाई अनिल पाल सुर्खियों में है। कई बार खनन कारोबार से जुड़े लोगों काे उनके घर आते-जाते देखा गया है। खनन कारोबारियों से वसूली को लेकर विभाग के अन्य कर्मचारियों में भी चर्चाएं रही हैं। इसे लेकर एक बार महिला खनिज अधिकारी से विवाद की स्थिति तक बन गई थी। उल्लेखनीय है कि जिले में रेत के अवैध खनन से लेकर गिट्टी कारोबार तक धड़ल्ले से चल रहा है। नियमानुसार इसके खिलाफ खनिज निरीक्षक को कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन वे मौन साधे हुए हैं। जिसके चलते कलेक्टर प्रवीण सिंह को राजस्व विभाग से कार्रवाई करानी पड़ रही है। इससे भी खनिज निरीक्षक के भाई पर लगाए जा रहे आरोपों को बल मिल रहा है। दूसरी ओर खनिज निरीक्षक गोविंद पाल ने खुद पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया था।

नौनिहालों के हक पर डाकाः पुलिस ने किराना दुकान से 12 बोरी से ज्यादा पोषण आहार जब्त किया, दुकानदार गिरफ्तार, जांच में जुटी पुलिस

 सिंगरौली। सिंगरौली में राशन माफिया इतने हावी हो चुके हैं कि आंगनबाड़ी केंद्रों में नौनिहालों मिलने वाले पोषण आहार पर डाका डाल रहे हैं। माफिया बच्चों के मुंह से उनका पौष्टिक खाना तक छीनकर बेच रहे हैं। सिंगरौली पुलिस बड़ी कार्रवाई करते हुए किराना दुकान से 12 बोरी ज्यादा पोषण आहार जब्त किया। वहीं मामले में दुकानदार ने बोला कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने पोषण आहार को रखवाया था। जब भी जरूरत पड़ती उस हिसाब से ले जाती थी। फिलहाल पुलिस ने पोषण आहार को जब्त कर और दुकानदार को गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
पूरा मामला सिंगरौली जिले के नवानगर थाना के नवानगर बगीचा का है। सूचना पर पुलिस ने छापामार कार्रवाई करते हुए 12 बोरी से ज्यादा आगनबाड़ी में बच्चों को मिलने वाला पोषण आहार को जब्त किया है। हालांकि इसमें अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह नन्हे-मुन्ने बच्चों का पोषण आहार कहां से आया है और कौन दुकानों में पहुंचा रहा है।

वहीं थाना प्रभारी ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि किसी किराना दुकान पर आंगनबाड़ी में जाने वाला पोषण आहार बोरियों में रखा हुआ है। हमने अपनी टीम भेजकर जांच करवाई तो मौके से 12 बोरी से ज्यादा पोषण आहार जब्त किया गया। किराना दुकान संचालक को भी गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की जा रही कि पोषण आहार कहां से आया है।

जांच में सच आएगा सामने

हालांकि बड़ी बात इसमें यह साफ तौर पर समझी जा सकती है कि बिना आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मिलीभगत के चलते यह पोषण आहार किराने दुकान में कैसे पहुंचा होगा। एक तरफ जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नन्हे-मुन्ने बच्चों के लिए पोषण आहार से उनकी सेहत को सुरक्षित करने के लिए वितरण करवाने का काम कर रहे हैं।वहीं दूसरी ओर महिला बाल विकास अधिकारी एवं एवं आंगनबाड़ी के कार्यकर्ता एवं सहायिका की मिली भगत से उन पोषण आहार को दुकानों में बिक्री करके अपनी जेब गर्म कर रहे हैं। फिलहाल जांच के बाद भी मामले की सच्चाई सामने आएगी।

मामी और भांजे की प्रेम कहानीः लव स्टोरी में ‘मामा’ बना बाधा तो दोनों ने मिलकर उतार दिया मौत के घाट, फिर इस तरह पुलिस ने किया खुलासा

 इंदौर। रिश्तों की मर्यादा को तार-तार करने वाली खबर आईटी सिटी इंदौर से आई है। यहां मामी और भांजे की प्रेम कहानी में बाधा बने मामा को दोनों मिलकर रास्ते से हटा दिया। पत्नी ने भांजे के साथ मिलकर पति की हत्या कर शव को खाली पड़े खेत में फेंक दिया था। हाालंकि पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

दरअसल इंदौर के एरोड्रम थाना क्षेत्र में 2 दिन पहले बोरी में बंद लाश मिली थी। पुलिस ने बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और पूरे मामले की जांच में जुट गई थी। जांच के दौरान मृतक की पहचान देवेंद्र अग्रवाल के रूप में हुई।
पुलिस ने अंधे कत्ल के हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाते हुए मृतक की पत्नी और भांजे को गिरफ्तार किया है। जहां देवेंद्र का भांजा विक्की के अपनी ही मामी नेहा से प्रेम प्रसंग में था। मृतक देवेंद्र पिछले 13 माह से अपनी पत्नी से अलग रह रहा था। मृतक जब अपनी पत्नी के घर पहुंचा तो पत्नी नेहा और भांजे विक्की के साथ मिलकर पति की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को बोरी में बांधकर लोडिंग रिक्शा की मदद से देर रात संगम नगर में कासलीवाल के खाली पड़े खेत में फेंक दिया था। घटना में पुलिस ने खुलासा करते हुए दोनों ही आरोपी मृतक की पत्नी नेहा और भांजे विक्की को गिरफ्तार कर लिया है।

अब पान और समोसा बेचने के लिए लेना होगा फूड लाइसेंसः पंजीयन नहीं कराने पर ₹ 2 लाख और लाइसेंस न लेने पर लगेगा 5 लाख का जुर्माना

 भोपाल। अगर आप पान और समोसा बेच रहे हैं या बेचने के लिए सोच रहे हैं तो ये खबर आपके लिए ही है। राजझानी भोपाल में अब पान और समोसा बेचने के लिए भी खाद्य विभाग से फूड लाइसेंस लेना जरूरी होगा। जीयन नहीं कराने पर ₹ 2 लाख और लाइसेंस न लेने पर 5 लाख रुपए का जुर्माना लगेगा। दूध, किराना, होटल, कैंटीन, टिफ़िन सेंटर समेत सब्जी बेचने वालों को लाइसेंस बनवाना जरूरी है। भोपाल शहर में 12 जगहों पर साइसेंस और पंजीयन करवाने के लिए शिविर लगाए जा रहे हैं। लाइसेंस न मिलने पर ठोस कार्रवाई कर प्रकरण को न्यायालय में दिया जाएगा।

दरअसल भोपाल के गली मोहल्लों में खुली किराना, चाय-नाश्ता की दुकान चलाने वाले दुकानदार फूड लाइसेंस नहीं बनवाते हैं। इससे इन दुकानों की निगरानी करने में दिक्कत होती है।जधानी में अब तक सिर्फ 15 हजार दुकानदारों ने ही फूड लाइसेंस लिया है, जबकि तीस हजार से अधिक छोटे-बड़े दुकानदार खाद्य सामग्री बेच रहे हैं। 

NEML 2022: डायबिटीज, ह्रदय रोग से लेकर कैंसर तक की ये 384 दवाएं होंगी सस्ती, सरकार ने जारी की सूची

 NEML 2022. रायपुर. सरकार ने 34 नई दवाओं को राष्ट्रीय आवश्यक दवा सूची में शामिल किया है. इसके साथ ही आवश्यक दवाओं की सूची में आने से संक्रमणरोधी दवा आइवरमेक्टिन, मुपिरोसिन और मोरोपेनेम के साथ ही कई कैंसर रोधी दवाएं, एंटीबायोटिक्स और टीकों की कीमत कम हो जाएगी. अब आवश्यक दवा की सूची में 384 दवाएं शामिल हो गई हैं. सरकार ने 34 नई दवाओं को सूची में शामिल किया, वहीं 26 को इससे हटाया है. हटाई गई दवाओं में रैनिटिडीन, सुक्रालफेट, व्हाइट पेट्रोलेटम, एटेनोलोल और मेथिल्डोपा जैसी दवाएं हैं. यह फैसला लागत प्रभावशीलता और बेहतर दवाओं की उपलब्धता के आधार पर किया गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को सूची जारी करने के बाद सोशल मीडिया पर लिखा, ‘आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची 2022 जारी की. इसमें 27 श्रेणियों में 384 दवाएं शामिल हैं.

 ज्ञात हो कि केंद्र की मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में वर्ष 2015 में आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची जारी की थी . इसके बाद से लगातार स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय की ओर से समय-समय पर आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची में संशोधन और बदलाव होते रहते हैं . कोरोना काल के चलते पिछले कुछ समय में इस सूची को लेकर काफी मंथन हुआ.

26 दवाओं को हटाया गया

चार प्रमुख कैंसर रोधी दवाएं-बेंडामुस्टाइन हाइड्रोक्लोराइड, इरिनोटेकन एचसीआई ट्राइहाइड्रेट, लेनालेडोमाइड और ल्यूप्रोलाइड एसीटेट तथा मनोचिकित्सा संबंधी दवाओं-निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी और ब्यूप्रेनोर्फिन को भी लिस्ट में जोड़ा गया है. हालांकि, 26 दवाओं को संशोधित सूची से हटा दिया गया है. जिसमें रैनिटिडिन, सुक्रालफेट, व्हाइट पेट्रोलेटम, एटेनोलोल और मेथिल्डोपा जैसी अन्य दवाएं हैं. लागत प्रभावशीलता और बेहतर दवाओं की उपलब्धता के मापदंडों के आधार पर इन दवाओं को लिस्ट से बाहर किया गया है.


नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने पीएम मोदी को लिखा पत्रः पोषण आहार में भ्रष्टाचार और श्योपुर में कुपोषण को लेकर किया जिक्र, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा बोले- चीते पर इतनी चीत्कार क्यों कर रही है कांग्रेस?

 



भोपाल। श्योपुर में चीते को बसाने को लेकर कांग्रेस लगातार शिवराज सरकार पर निशाना साध रही है। अब नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह (Leader of Opposition Govind Singh) ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को पत्र लिखा है। पत्र में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने पोषण आहार में भ्रष्टाचार और शयोपुर में कुपोषण को लेकर जिक्र किया है। वहीं नेता प्रतिपक्ष के पत्र पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) ने हमला किया है। नरोत्तम मिश्रा ने सवाल करते हुए पूछा कि- चीतों पर इतनी चीत्कार कांग्रेस क्यों रही है?

नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने पत्र में लिखा है कि- 71वें जन्मदिन पर आप 17 सितंबर को श्योपुर आ रहे हैं। इस दिन आप नामीबिया से आये हुए चीतों को श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में छोड़ेंगे। इसके लिए आपको साधुवाद। लेकिन शयोपुर में कुपोषण के मामले लगातार आ रहे हैं। उम्मीद है कि कुपोषण को ख़त्म करने के लिए भी कोई घोषणा होगी। इससे संबंधित कई योजनाए बनाई गयी पर सब व्यय है। पोषण आहार में भ्रष्टाचार हुआ है। केंद्रीय जाँच एजेंसी मामले की जाँच करें।
वहीं नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह के पत्र पर निशाना साधते हुए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस महान भारत को बदनाम भारत करने में लगी हुई है। कांग्रेस की चीतों पर इतनी चीत्कार क्यों है समझ नहीं आता। प्रदेश में कुपोषण के आंकड़ों में कमी आयी है। लगातार इनके पेट में चीतों को लेकर दर्द हो रहा है। चीतों के आना एमपी के लिए गौरव की बात है देश के लिए भी। देश में कुछ अच्छा काम हो रहा है तो इनके पेट में दर्द है। मैं इनको कहता हूँ की भारत और प्रदेश को बदनाम करना बंद कर दें। चीते पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। ये शर्म की बात है।

कांग्रेस विधायकों ने आदिवासी बच्चों को चलाया नंगे पैर: सदन के बाहर प्रदर्शन के लिए लाए गए बच्चे, विधायकों के पैरों में थे महंगे जूते

 भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले आदिवासी बच्चों को कांग्रेस विधायक सदन के बाहर लेकर आए. आदिवासी बच्चों को नंगे पैर सड़क पर चलाया गया. कांग्रेस विधायकों के पैरों में महंगे जूते है और बच्चे नंगे पैर थे. विधानसभा के बाहर प्रदर्शन में बच्चों को नंगे पैर लाया गया. सियासत में आदिवासी बच्चे पिस रहे हैं. कांग्रेस का आरोप हमारे साथ बदतमीज़ी की गई. हमारे विधायक का हाथ मरोड़ा गया. हम बस प्रदर्शन कर रहे थे.

इसके बाद प्रदर्शन के बीच बच्चों को चप्पल और सैंडल पहनाई गईं. प्रदर्शन के दौरान ही चप्पल और सैंडल उपलब्ध कराई गईं. बच्चों के पैरों में चप्पल क्यों नहीं सवाल पर पीसी शर्मा ने कहा कि आदिवासी बच्चों की यही हालत है. न पेट भरने के लिए खाना न पैरों में चप्पल हैं. कांग्रेस ने चप्पल और सैंडल उपलब्ध कराई हैं.

जबाव में नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि किसी भी विधायक की गरिमा को ठेस नहीं पहुंचेगी. ये लोग तख़्तियां लेकर अंदर आ रहे थे. सदन की गरिमा बनी रहे हम ये चाहते है. मैं सदन के अंदर बकवास सुनने नहीं जाता ऐसा नेता ऐसे बयान देते है. ये क्या है. ये खुद बकवास करते हैं. ये तख़्तियां लेकर पहुंच गए कोई गरिमा है की नहीं.
कांग्रेस विधायक मनोज चावला और बीजेपी विधायक उमाकांत शर्मा के बीच झूमाझटकी हुई. आदिवासी विधायक को सम्मान दो के कांग्रेस ने नारे लगाए. आसंदी छोड़ ज़मीन पर कांग्रेस के विधायक बैठ गए. अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि अर्ज़ी दे हम जांच करेंगे.
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि किसी को खरोंच तक नहीं आई और हाथ टूटने की बात करते है. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि हमारे विधायक का कांग्रेस वालों ने कॉलर पकड़ा है. सदन में जमकर हंगामा हुआ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस माफ़ी मांगे.
बीजेपी मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने आदिवासियों के लिए काम किया होता, तो 70 साल बाद आज ऐसे हालात नहीं होते. कांग्रेस ने हमेशा आदिवासी और उनके बच्चों का उपयोग किया है.