Breaking: सम्राट मिहिरोत्सव रैली, जनसभा और स्वाभिमान यात्रा पर लगी रोक, कलेक्टर ने जारी किया आदेश


 ग्वालियर। शहर में मिहिरभोज के लिए होने वाले सभी कार्यक्रमों पर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है। इस आशय का आदेश कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने जारी किया है। जारी आदेश में राजपूत और ब्राह्मण समाज के इतिहास बचाओ, स्वाभिमान यात्रा और गुर्जर सेना के मिहिरोत्सव रैली और जनसभा पर रोक शामिल है।

बता दें कि सम्राट मिहिर भोज पर गुर्जर और क्षत्रिय समाजों ने अपना-अपना अधिकार जताया था। पिछले साल भी मिहिरभोज प्रतिमा स्थापना के बाद बवाल जमकर हुआ था। यह भी बताया जाता है कि सम्राट मिहिरभोज प्रतिमा मामला हाईकोर्ट में चल रहा है। जिला प्रशासन ने माहौल खराब होने की आशंका के चलते आयोजनों रोक लगाई है।


जिलेभर में कट आउट, बैनर, पोस्टर लगाने पर भी रोक लगा दी गई है। इससे संबंधित सोशल मीडिया पर जातिगत भड़काऊ पोस्ट पर रोक लगाई गई है। जिला प्रशासन के आदेश का उल्लंघन करने पर संबंधितों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

किसानों का प्रदर्शनः बारिश से खराब हुई फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर कलेक्टोरेट का किया घेराव, विधायक अजय टंडन ट्रैक्टर चलाकर पहुंचे

 

दमोह। बारिश से खराब हुई फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर दमोह में किसानों ने बड़ा प्रदर्शन किया। शहर के विभिन्न मार्गो से रैली निकालकर किसान दमोह कलेक्टोरेट पहुंचे। किसानों ने मांगों को लेकर दमोह कलेक्टोरेट का घेराव किया। किसान नेता गौरव पटेल (Farmer leader Gaurav Patelके नेतृत्व में किसानों ने जोरदार प्रदर्शन किया। दमोह विधायक अजय टंडन (MLA Ajay Tandonट्रैक्टर चलाकर प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे।

बारिश से खराब हुई फसलों के मुआवजे की मांग समेत अन्य मांगों को लेकर किसानों ने सोमवार को दमोह कलेक्टोरेट का घेराव किया। किसान नेता गौरव पटेल के नेतृत्व में हजारों की संख्या में किसान कलेक्टोरेट का घेराव कर जल्द से जल्द फसल क्षति मुआवजा की मांग की।

दमोह विधायक अजय टंडन ट्रेक्टर चलाकर प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे। वहीं शहर के विभिन्न मार्गों से रैली निकालकर किसान कलेक्ट्रेट पहुंचे। इसके बाद कलेक्टर कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। किसानों ने विभिन्न मांगो को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मांगों को पूरा करने की मांग की।

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बीजेपी जिला उपाध्यक्ष ने मंडल अध्यक्ष को पीटा: चलती बाइक से खींचकर बीच बाजार में लाठी और डंडो से की पिटाई, हालत गंभीर

मध्यप्रदेश के श्योपुर में बीजेपी के दो नेताओं के बीच मनमुटाव सोमवार को मारपीट में बदल गया। बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष व उसके गुर्गों ने मंडल अध्यक्ष की बीच बाजार जमकर पिटाई कर दी, जिससे मंडल अध्यक्ष लकी सुमन को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

दरअसल, पमानपुर के बीजेपी मंडल अध्यक्ष द्वारा पार्टी के कार्यक्रम की तैयारी कर रहे थे। लेकिन भाजपा के पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष नरेश मीणा को कार्यक्रम की सूचना पहले से नहीं देने पर वो भड़क गए और अपने गुर्गों को बुलाकर सोईकला कस्बे में चलती हुई बाइक से खींचकर बीच बाजार मंडल अध्यक्ष लकी सुमन की जमकर पिटाई कर दी। इस घटना को देखकर वहां लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। घायल मंडल अध्यक्ष को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस तरह बीच बाजार बीजेपी के नेता द्वारा अपनी ही पार्टी के नेता से मारपीट करना लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस घटना ने जिले में नेताओं के बीच कलह और आंतरिक गुटबाजी की पोल खोल दी है। वहीं एसडीओपी का कहना है कि, पुरानी रंजिश को लेकर आरोपियों ने लकी सुमन के साथ मारपीट की है। मामला दर्ज करके जांच कराई जा रही है।

तीन आरोपियों ने एक युवक के साथ की मारपीट

इधर, इटारसी में एक युवक के साथ तीन युवकों ने सरेराह डंडों से मारपीट कर दी। मारपीट का वीडियो भी सामने आया है। दरअसल, शहर के गणेश नगर कॉलोनी निवासी अभिषेक मालवीय के साथ कार में स्कैच आने की बात पर तीन युवकों ने मारपीट की। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर आरोपी अरुण, लोकेश और राहुल के खिलाफ मामला दर्ज कर आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया है।


कोबरा सांप के अंडे उगलने का VIDEO: यहां विधायक के बेटे राजनीति से दूर, जहरीले सांपों का रेस्क्यू कर बचा रहे लोगों की जान

 ,डिंडोरी। मप्र के शिवपुरी जिले की नरवर नगर में एक कोबरा सांप देशी मुर्गा पालक के बाड़े में घुस गया. उसने तीन मुर्गियों को अपना शिकार बनाकर मौत के घाट उतार दिया. दो देशी मुर्गी के अंडे निकल लिया. सूचना के बाद स्नेक सेवर सलमान पठान ने कोबरा सांप का सुरक्षित रेस्क्यू किया. उसके पेट से निगले हुए मुर्गी के अंडों को बाहर निकलवाया. जिसे देखने काफी भीड़ जुट गई. उसके बाद कोबरा सांप को सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया गया है.

विधायक के बेटे राजनीति से दूर

इधर पूर्व मंत्री और डिंडोरी विधायक ओमकार सिंह मरकाम के बेटे नमह शिवाय उर्फ बेटू मरकाम अपने पिता की राजनीतिक विरासत से कोसो दूर हैं. बेटू मरकाम बीते 2 सालों से सामान्य सहित जहरीले सांपों को पकड़कर ना सिर्फ शर्प प्रजाति की बल्कि, इंसानों की भी जान बचाने का काम कर रहे हैं. इसके लिए बेटू किसी प्रकार की राशि सर्प पकड़ने के लिए नहीं लेते हैं. बेटू ने 1 दिन में ही 5 सर्प प्रजाति सहित 1 गोह का अलग-अलग इलाकों से सफल रेस्क्यू कर उसे सारस ताल के जंगल में छोड़ा है.सांपों का रेस्क्यू कर बचा रहे लोगों की जान

बेटू मरकाम ने बताया कि उन्होंने इस साल सैकड़ों सांप को नगर सहित ग्रामीण इलाके से पकड़ा है. बेटू का मानना है कि डिंडोरी आदिवासी पिछड़ा जिला है, जहां डर और अज्ञानता के चलते सर्प को देख ग्रामीण मार दिया करते थे या सर्प दंश से झाड़ फूक के चक्कर में अपनी जान गंवा देते थे. जब से उन्होंने क्षेत्र में खतरनाक सर्प को पकड़ने का काम किया है, तब से अब तक कई सर्प ओर आमजन सुरक्षित है.भविष्य में लड़ सकते हैं चुनाव

आगामी दिनों में होने वाले नगर परिषद चुनाव में लड़ने का सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि अभी तक ऐसा कोई विचार नहीं किया है. उनका लक्ष्य समाज सेवा है. लोगों की जान बचाने से लेकर वन्य प्राणियों की जान बचाना उनका लक्ष्य है. अगर भविष्य में क्षेत्र की जनता चाहेगी तो वे इसके लिए विचार करेंगे.


एक सेल्फी ने ली 6 जान: MP से CG में पिकनिक मनाने आए 3 परिवार के 6 लोगों की डूबने से मौत, परिवार की खुशियां मातम में बदली

 

सिंगरौली। मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले से छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के रमदहा वाटरफॉल में पिकनिक मनाने गए 3 परिवार के 7 सदस्य अचानक पानी में डूब गए. पानी में डूबने के बाद एक महिला को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. वही 6 लोग लापता हो गए थे. उन सभी का शव बरामद कर लिया गया है. एक की सेल्फी ने 6 लोगों की जान ले ली. घटना के बाद से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. परिवार की खुशियां मातम में बदल गई है.

पूरा मामला सिंगरौली जिले के बैढन की है, जहां तीन रिश्तेदार परिवार पिकनिक मनाने छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के रमदहा वाटरफॉल पहुंचे थे. यह रविवार पूरी घटना दोपहर 1 बजे के आसपास की है. जब सेल्फी लेने के लिए एक लड़की पानी में गई. उसी दौरान वह फिसल कर गहरे पानी में चली गई. उसी को बचाने के लिए पीछे और 6 लोग आ गए हैं, वह भी डूब गए.

दरअसल अनिल सिंह के पुत्र रिशभ सिंह 24 वर्ष की छोटी साली श्रद्धा सिंह अचानक वाटरफॉल में डूबने लगी. यह देख उनकी बड़ी बहन श्वेता सिंह उम्र 22 वर्ष वाटरफॉल उसे बचाने गहरे पानी में चली गई. स्वेता और श्रद्धा दोनों डूब गई. यह देखते हुए वहां के लोगों ने शोर शराबा मचाने लगे. शोर-शराबा सुनकर कमलेश सिंह के पुत्र हिमांशु उम्र 18 वर्ष अपनी दोनों बहन को बचाने के लिए वाटरफॉल में कूद पड़े. जब वह भी डूबने लगे तो योगेंद्र सिंह के बड़े बेटे रत्नेश सिंह उम्र 26 वर्ष, छोटा बेटा अभय सिंह उम्र 18 वर्ष और अनिल सिंह के पुत्र ऋषभ सिंह उम्र 24 वर्ष और अनिल सिंह की पुत्रवधू सुलेखा सिंह उम्र 24 वर्ष पानी में छलांग लगा दी. जब कुछ देर तक कोई बाहर नहीं निकले. इस तरह सभी डूब गए.

इसमें से स्थानीय लोगों ने जैसे ही इस दृश्य को देखा. उन्होंने बचाने का प्रयास किया है. एक महिला सुलेखा सिंह को ग्रामीणों ने बचा लिया, लेकिन 6 अन्य लोग पानी में डूब गए. घटना की जानकारी जिला प्रशासन कोरिया को दी गई. रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और देर रात तक 3 शवों को बाहर निकाला जा चुका था. फिर आज सुबह 6 बजे से रेस्क्यू चालू किया गया. सुबह से लेकर अब तक सभी 6 शव को बाहर निकाला जा चुका है. मृतकों में हिमांशु, रत्नेश, श्रद्धा, ऋषभ, श्वेता और अभय शामिल हैं.घटना की सूचना मिलते ही सिंगरौली के रहने वाले योगेंद्र सिंह के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. हादसे में योगेंद्र सिंह ने अपने दोनों बेटों को खो दिया. किसी तरह बेटी की जान बच गई, लेकिन उनके दामाद ऋषभ सिंह हादसे का शिकार हो गए. उनके अन्य रिश्तेदार अनिल सिंह ने भी अपने बेटे ऋषभ सिंह को हादसे में गंवाया है. कमलेश सिंह ने भी अपने तीन संतानें खो दिया है.
रेस्क्यू टीम ने सभी 6 लोगों का शव बाहर निकाल लिया है. मृतक के परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी मृतक के परिजनों को 4 लाख मुआवजा राशि का भी ऐलान किया है. हालांकि मृतक के शव जिला मुख्यालय अभी नहीं पहुंचे हैं. लिहाजा कुछ घंटों की देरी के बाद मृतक के शव उनके परिवारजनों को सौंप दिए जाएंगे.

आटा, मैदा और सूजी को लेकर एक बड़ी खबर…

 नई दिल्ली. मई में गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद अब सरकार ने आटा, मैदा, सूजी के निर्यात पर भी रोक लगा दी है. केंद्रीय मंत्रिमंडल के गत सप्ताह पारित इस आदेश को जारी करते हुए विदेश व्यापार महानिदेशालय ने कहा कि यह कदम इन वस्तुओं की कीमतों में काबू पाने के लिए उठाया गया है. फिर भी कुछ मामलों में भारत सरकार की अनुमति के साथ इन वस्तुओं के निर्यात की अनुमति दी जाएगी.


अधिसूचना के अनुसार अब अंतर-मंत्रालय समिति से आटा के अलावा मैदा, समोलिना (रवा/सिरगी), होलमील आटा के निर्यात के लिए भी मंजूरी लेने की जरूरत होगी. सूजी में रवा और सिरगी भी शामिल हैं. इसमें कहा गया है कि विदेश व्यापार नीति 2015-20 के खास प्रावधान इस अधिसूचना के तहत लागू नहीं होंगे. फसल उत्पादन में गिरावट मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 2021-22 में फसल के उत्पादन में 3 की गिरावट आई है, जिसके कारण थोक व खुदरा मार्केट में गेहूं की कीमते बढ़ी हैं.

आटा का दाम औसतन 17 फीसदी बढ़ा

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार 22 अगस्त को भारत में गेहूं का औसत खुदरा दाम 31.04 रुपए प्रति किलोग्राम रहा, जो पिछले साल के मुकाबले 22 अधिक है. एक साल पहले इसी अवधि में गेहूं 25.41 रुपए प्रति किलो ग्राम था. वहीं गेहूं के आटे के दाम में औसतन 17 की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. गेहूं का आटा 35.17 रुपए प्रति किलोग्राम हो गया है, जो पहले 30.04 रुपए था.