खनिज निरीक्षक सस्पेंडः गर्भवती पत्नी ने दहेज प्रताड़ना और मारपीट का लगाया है आरोप, काम में लापरवाही और आपराधिक मामले दर्ज होने के बाद कलेक्टर ने किया निलंबित

 बुरहानपुर। बुरहानपुर में खनिज विभाग निरीक्षक गोविन्द पाल को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड (Mineral Inspector Govind Pal suspended) कर दिया गया है। खनिज निरीक्षक पर गर्भवती पत्नी ने दहेज प्रताड़ना (Mineral inspector Govind Pal accused of dowry harassment) और मारपीट का आरोप भी लगाया था। काम में लापरवाही बरतने और आपराधिक मामला दर्ज होने के बाद बुरहानपुर कलेक्टर प्रवीण सिंह (Burhanpur Collector Praveen Singh) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गोविन्द पाल को निलंबित कर दिया है।

बता दें कि 31 अगस्त को खनिज विभाग (Mineral Department) निरीक्षक गोविन्द पाल की गर्भवती पत्नी ने लालबाग थाने में पति गोविंद पाल, देवर अनिल पाल, सास संतीबाई और ससुर बाल्मीक प्रसाद पाल के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और मारपीट कर घर से भगाने की शिकायत की थी। इसके बाद पुलिस ने दहेज प्रताड़ना सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था।

आरोपी देवर

प्रियंका ने लिखित आवेदन देकर लालबाग थाना पुलिस को बताया कि देवर अनिल पाल व उसके माता-पिता के उकसावे में आकर पति ने मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया है। देवर और सास-ससुर उससे दहेज की मांग करने के साथ ही मारपीट भी करते थे। प्रियंका ने पत्रकारों से बातचीत में यह भी कहा कि अनिल खुद कोई काम धंधा नहीं करता। बावजूद इसके बुरहानपुर में रहते हुए उसने कार और ट्रैक्टर आदि खरीद लिया है। प्रियंका का आरोप है कि अनिल अपने खनिज निरीक्षक भाई के बदले खनन कारोबारियों से रकम वसूल करता है। उसकी संपत्ति की प्रशासन काे जांच करानी चाहिए।खनिज निरीक्षक का भाई करता है वसूली
बता दें कि सालभर पहले खनिज निरीक्षक गोविंद पाल की बुरहानपुर में पदस्थापना हुई थी। इसके बाद से ही उनका भाई अनिल पाल सुर्खियों में है। कई बार खनन कारोबार से जुड़े लोगों काे उनके घर आते-जाते देखा गया है। खनन कारोबारियों से वसूली को लेकर विभाग के अन्य कर्मचारियों में भी चर्चाएं रही हैं। इसे लेकर एक बार महिला खनिज अधिकारी से विवाद की स्थिति तक बन गई थी। उल्लेखनीय है कि जिले में रेत के अवैध खनन से लेकर गिट्टी कारोबार तक धड़ल्ले से चल रहा है। नियमानुसार इसके खिलाफ खनिज निरीक्षक को कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन वे मौन साधे हुए हैं। जिसके चलते कलेक्टर प्रवीण सिंह को राजस्व विभाग से कार्रवाई करानी पड़ रही है। इससे भी खनिज निरीक्षक के भाई पर लगाए जा रहे आरोपों को बल मिल रहा है। दूसरी ओर खनिज निरीक्षक गोविंद पाल ने खुद पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया था।

नौनिहालों के हक पर डाकाः पुलिस ने किराना दुकान से 12 बोरी से ज्यादा पोषण आहार जब्त किया, दुकानदार गिरफ्तार, जांच में जुटी पुलिस

 सिंगरौली। सिंगरौली में राशन माफिया इतने हावी हो चुके हैं कि आंगनबाड़ी केंद्रों में नौनिहालों मिलने वाले पोषण आहार पर डाका डाल रहे हैं। माफिया बच्चों के मुंह से उनका पौष्टिक खाना तक छीनकर बेच रहे हैं। सिंगरौली पुलिस बड़ी कार्रवाई करते हुए किराना दुकान से 12 बोरी ज्यादा पोषण आहार जब्त किया। वहीं मामले में दुकानदार ने बोला कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने पोषण आहार को रखवाया था। जब भी जरूरत पड़ती उस हिसाब से ले जाती थी। फिलहाल पुलिस ने पोषण आहार को जब्त कर और दुकानदार को गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
पूरा मामला सिंगरौली जिले के नवानगर थाना के नवानगर बगीचा का है। सूचना पर पुलिस ने छापामार कार्रवाई करते हुए 12 बोरी से ज्यादा आगनबाड़ी में बच्चों को मिलने वाला पोषण आहार को जब्त किया है। हालांकि इसमें अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह नन्हे-मुन्ने बच्चों का पोषण आहार कहां से आया है और कौन दुकानों में पहुंचा रहा है।

वहीं थाना प्रभारी ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि किसी किराना दुकान पर आंगनबाड़ी में जाने वाला पोषण आहार बोरियों में रखा हुआ है। हमने अपनी टीम भेजकर जांच करवाई तो मौके से 12 बोरी से ज्यादा पोषण आहार जब्त किया गया। किराना दुकान संचालक को भी गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की जा रही कि पोषण आहार कहां से आया है।

जांच में सच आएगा सामने

हालांकि बड़ी बात इसमें यह साफ तौर पर समझी जा सकती है कि बिना आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मिलीभगत के चलते यह पोषण आहार किराने दुकान में कैसे पहुंचा होगा। एक तरफ जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नन्हे-मुन्ने बच्चों के लिए पोषण आहार से उनकी सेहत को सुरक्षित करने के लिए वितरण करवाने का काम कर रहे हैं।वहीं दूसरी ओर महिला बाल विकास अधिकारी एवं एवं आंगनबाड़ी के कार्यकर्ता एवं सहायिका की मिली भगत से उन पोषण आहार को दुकानों में बिक्री करके अपनी जेब गर्म कर रहे हैं। फिलहाल जांच के बाद भी मामले की सच्चाई सामने आएगी।

मामी और भांजे की प्रेम कहानीः लव स्टोरी में ‘मामा’ बना बाधा तो दोनों ने मिलकर उतार दिया मौत के घाट, फिर इस तरह पुलिस ने किया खुलासा

 इंदौर। रिश्तों की मर्यादा को तार-तार करने वाली खबर आईटी सिटी इंदौर से आई है। यहां मामी और भांजे की प्रेम कहानी में बाधा बने मामा को दोनों मिलकर रास्ते से हटा दिया। पत्नी ने भांजे के साथ मिलकर पति की हत्या कर शव को खाली पड़े खेत में फेंक दिया था। हाालंकि पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

दरअसल इंदौर के एरोड्रम थाना क्षेत्र में 2 दिन पहले बोरी में बंद लाश मिली थी। पुलिस ने बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और पूरे मामले की जांच में जुट गई थी। जांच के दौरान मृतक की पहचान देवेंद्र अग्रवाल के रूप में हुई।
पुलिस ने अंधे कत्ल के हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाते हुए मृतक की पत्नी और भांजे को गिरफ्तार किया है। जहां देवेंद्र का भांजा विक्की के अपनी ही मामी नेहा से प्रेम प्रसंग में था। मृतक देवेंद्र पिछले 13 माह से अपनी पत्नी से अलग रह रहा था। मृतक जब अपनी पत्नी के घर पहुंचा तो पत्नी नेहा और भांजे विक्की के साथ मिलकर पति की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को बोरी में बांधकर लोडिंग रिक्शा की मदद से देर रात संगम नगर में कासलीवाल के खाली पड़े खेत में फेंक दिया था। घटना में पुलिस ने खुलासा करते हुए दोनों ही आरोपी मृतक की पत्नी नेहा और भांजे विक्की को गिरफ्तार कर लिया है।

अब पान और समोसा बेचने के लिए लेना होगा फूड लाइसेंसः पंजीयन नहीं कराने पर ₹ 2 लाख और लाइसेंस न लेने पर लगेगा 5 लाख का जुर्माना

 भोपाल। अगर आप पान और समोसा बेच रहे हैं या बेचने के लिए सोच रहे हैं तो ये खबर आपके लिए ही है। राजझानी भोपाल में अब पान और समोसा बेचने के लिए भी खाद्य विभाग से फूड लाइसेंस लेना जरूरी होगा। जीयन नहीं कराने पर ₹ 2 लाख और लाइसेंस न लेने पर 5 लाख रुपए का जुर्माना लगेगा। दूध, किराना, होटल, कैंटीन, टिफ़िन सेंटर समेत सब्जी बेचने वालों को लाइसेंस बनवाना जरूरी है। भोपाल शहर में 12 जगहों पर साइसेंस और पंजीयन करवाने के लिए शिविर लगाए जा रहे हैं। लाइसेंस न मिलने पर ठोस कार्रवाई कर प्रकरण को न्यायालय में दिया जाएगा।

दरअसल भोपाल के गली मोहल्लों में खुली किराना, चाय-नाश्ता की दुकान चलाने वाले दुकानदार फूड लाइसेंस नहीं बनवाते हैं। इससे इन दुकानों की निगरानी करने में दिक्कत होती है।जधानी में अब तक सिर्फ 15 हजार दुकानदारों ने ही फूड लाइसेंस लिया है, जबकि तीस हजार से अधिक छोटे-बड़े दुकानदार खाद्य सामग्री बेच रहे हैं। 

NEML 2022: डायबिटीज, ह्रदय रोग से लेकर कैंसर तक की ये 384 दवाएं होंगी सस्ती, सरकार ने जारी की सूची

 NEML 2022. रायपुर. सरकार ने 34 नई दवाओं को राष्ट्रीय आवश्यक दवा सूची में शामिल किया है. इसके साथ ही आवश्यक दवाओं की सूची में आने से संक्रमणरोधी दवा आइवरमेक्टिन, मुपिरोसिन और मोरोपेनेम के साथ ही कई कैंसर रोधी दवाएं, एंटीबायोटिक्स और टीकों की कीमत कम हो जाएगी. अब आवश्यक दवा की सूची में 384 दवाएं शामिल हो गई हैं. सरकार ने 34 नई दवाओं को सूची में शामिल किया, वहीं 26 को इससे हटाया है. हटाई गई दवाओं में रैनिटिडीन, सुक्रालफेट, व्हाइट पेट्रोलेटम, एटेनोलोल और मेथिल्डोपा जैसी दवाएं हैं. यह फैसला लागत प्रभावशीलता और बेहतर दवाओं की उपलब्धता के आधार पर किया गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को सूची जारी करने के बाद सोशल मीडिया पर लिखा, ‘आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची 2022 जारी की. इसमें 27 श्रेणियों में 384 दवाएं शामिल हैं.

 ज्ञात हो कि केंद्र की मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में वर्ष 2015 में आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची जारी की थी . इसके बाद से लगातार स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय की ओर से समय-समय पर आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची में संशोधन और बदलाव होते रहते हैं . कोरोना काल के चलते पिछले कुछ समय में इस सूची को लेकर काफी मंथन हुआ.

26 दवाओं को हटाया गया

चार प्रमुख कैंसर रोधी दवाएं-बेंडामुस्टाइन हाइड्रोक्लोराइड, इरिनोटेकन एचसीआई ट्राइहाइड्रेट, लेनालेडोमाइड और ल्यूप्रोलाइड एसीटेट तथा मनोचिकित्सा संबंधी दवाओं-निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी और ब्यूप्रेनोर्फिन को भी लिस्ट में जोड़ा गया है. हालांकि, 26 दवाओं को संशोधित सूची से हटा दिया गया है. जिसमें रैनिटिडिन, सुक्रालफेट, व्हाइट पेट्रोलेटम, एटेनोलोल और मेथिल्डोपा जैसी अन्य दवाएं हैं. लागत प्रभावशीलता और बेहतर दवाओं की उपलब्धता के मापदंडों के आधार पर इन दवाओं को लिस्ट से बाहर किया गया है.


नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने पीएम मोदी को लिखा पत्रः पोषण आहार में भ्रष्टाचार और श्योपुर में कुपोषण को लेकर किया जिक्र, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा बोले- चीते पर इतनी चीत्कार क्यों कर रही है कांग्रेस?

 



भोपाल। श्योपुर में चीते को बसाने को लेकर कांग्रेस लगातार शिवराज सरकार पर निशाना साध रही है। अब नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह (Leader of Opposition Govind Singh) ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को पत्र लिखा है। पत्र में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने पोषण आहार में भ्रष्टाचार और शयोपुर में कुपोषण को लेकर जिक्र किया है। वहीं नेता प्रतिपक्ष के पत्र पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) ने हमला किया है। नरोत्तम मिश्रा ने सवाल करते हुए पूछा कि- चीतों पर इतनी चीत्कार कांग्रेस क्यों रही है?

नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने पत्र में लिखा है कि- 71वें जन्मदिन पर आप 17 सितंबर को श्योपुर आ रहे हैं। इस दिन आप नामीबिया से आये हुए चीतों को श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में छोड़ेंगे। इसके लिए आपको साधुवाद। लेकिन शयोपुर में कुपोषण के मामले लगातार आ रहे हैं। उम्मीद है कि कुपोषण को ख़त्म करने के लिए भी कोई घोषणा होगी। इससे संबंधित कई योजनाए बनाई गयी पर सब व्यय है। पोषण आहार में भ्रष्टाचार हुआ है। केंद्रीय जाँच एजेंसी मामले की जाँच करें।
वहीं नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह के पत्र पर निशाना साधते हुए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस महान भारत को बदनाम भारत करने में लगी हुई है। कांग्रेस की चीतों पर इतनी चीत्कार क्यों है समझ नहीं आता। प्रदेश में कुपोषण के आंकड़ों में कमी आयी है। लगातार इनके पेट में चीतों को लेकर दर्द हो रहा है। चीतों के आना एमपी के लिए गौरव की बात है देश के लिए भी। देश में कुछ अच्छा काम हो रहा है तो इनके पेट में दर्द है। मैं इनको कहता हूँ की भारत और प्रदेश को बदनाम करना बंद कर दें। चीते पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। ये शर्म की बात है।

कांग्रेस विधायकों ने आदिवासी बच्चों को चलाया नंगे पैर: सदन के बाहर प्रदर्शन के लिए लाए गए बच्चे, विधायकों के पैरों में थे महंगे जूते

 भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले आदिवासी बच्चों को कांग्रेस विधायक सदन के बाहर लेकर आए. आदिवासी बच्चों को नंगे पैर सड़क पर चलाया गया. कांग्रेस विधायकों के पैरों में महंगे जूते है और बच्चे नंगे पैर थे. विधानसभा के बाहर प्रदर्शन में बच्चों को नंगे पैर लाया गया. सियासत में आदिवासी बच्चे पिस रहे हैं. कांग्रेस का आरोप हमारे साथ बदतमीज़ी की गई. हमारे विधायक का हाथ मरोड़ा गया. हम बस प्रदर्शन कर रहे थे.

इसके बाद प्रदर्शन के बीच बच्चों को चप्पल और सैंडल पहनाई गईं. प्रदर्शन के दौरान ही चप्पल और सैंडल उपलब्ध कराई गईं. बच्चों के पैरों में चप्पल क्यों नहीं सवाल पर पीसी शर्मा ने कहा कि आदिवासी बच्चों की यही हालत है. न पेट भरने के लिए खाना न पैरों में चप्पल हैं. कांग्रेस ने चप्पल और सैंडल उपलब्ध कराई हैं.

जबाव में नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि किसी भी विधायक की गरिमा को ठेस नहीं पहुंचेगी. ये लोग तख़्तियां लेकर अंदर आ रहे थे. सदन की गरिमा बनी रहे हम ये चाहते है. मैं सदन के अंदर बकवास सुनने नहीं जाता ऐसा नेता ऐसे बयान देते है. ये क्या है. ये खुद बकवास करते हैं. ये तख़्तियां लेकर पहुंच गए कोई गरिमा है की नहीं.
कांग्रेस विधायक मनोज चावला और बीजेपी विधायक उमाकांत शर्मा के बीच झूमाझटकी हुई. आदिवासी विधायक को सम्मान दो के कांग्रेस ने नारे लगाए. आसंदी छोड़ ज़मीन पर कांग्रेस के विधायक बैठ गए. अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि अर्ज़ी दे हम जांच करेंगे.
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि किसी को खरोंच तक नहीं आई और हाथ टूटने की बात करते है. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि हमारे विधायक का कांग्रेस वालों ने कॉलर पकड़ा है. सदन में जमकर हंगामा हुआ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस माफ़ी मांगे.
बीजेपी मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने आदिवासियों के लिए काम किया होता, तो 70 साल बाद आज ऐसे हालात नहीं होते. कांग्रेस ने हमेशा आदिवासी और उनके बच्चों का उपयोग किया है.

BIG BREAKING: MP के भिंड में भीषण सड़क हादसा, यात्रियों से भरी बस और ट्रक में टक्कर, बस के परखच्चे उड़े, एक्सीडेंट के बाद खाई में पलटा ट्रक, देखिए हादसे की तस्वीरें

 भिंड। मध्यप्रदेश के भिंड जिले से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है। भिंड में भीषण सड़क हादसा हुआ है। यात्रियों से भरी बस और ट्रक में आसमे-सामने टक्कर हो गई। हादसे में बस के परखच्चे उड़ गए। वहीं एक्सीडेंट के बाद ट्रक खाई में पलट गया है। इस भीषण सड़क हादसे में 24 से अधिक यात्रियों के घायल होने की प्रारंभिक सूचना है। हादसे की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच कर स्थिति को संभालने में जुट गई है। घायलों को एम्बुलेंस से ग्वालियर भेजा जा रहा है। हादसे के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।

मिली जानकारी के मुताबिक भिंड के मालनपुर थाना इलाके के गुरीखा गांव के पास हाइवे-719 पर बस और ट्रक की आमने-सामने टक्कर हो गई। बस ग्वालियर से भिंड जा रही थी। हादसे में बस के आगे का हिस्सा पूरी तरह बरबाद हो गया। वहीं हादसे में ट्रक खाई में गिर गया। सड़क हादसे में 24 से अधिक यात्रियों के गंभीर रूप से घायल होने की संभावना है। वहीं 12 से अधिक यात्रियों की स्थिति गंभीर है। अभी तक किसी भई य़ात्री के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है।

इधर हादसे की सूचना के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई है। स्थिति को संभालने में जुट गई है। बस को साइड कर ट्रैफिक को खोलने में जुट गई है। साथ ही खाई में गिरे ट्रक को रेस्क्यू करने का प्रयास कर रही हैष सभी घायलों को ग्वालियर रेफर किया गया है।

Government Job: भारतीय सेना में इन पदों पर निकली भर्ती, मिलेगी 81 हजार सैलरी, जानिए जरूरी डिटेल्स…


 


Government Job: यदि आपके अंदर देश सेवा का जज्बा है तो आपके लिए भारतीय सेना जॉइन करने का सुनहरा मौका सामने आया है. भारतीय सेना कई पदों पर भर्तियां लेकर आया है. योग्‍य और इच्छुक उम्‍मीदवारों से आवेदन मंगाए गए हैं. इस भर्ती के लिए आप ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं. नोटिफिकेशन जारी होने के 30 दिनों के भीतर आप आवेदन कर सकते हैं.

इन पदों पर हैं रिक्तियां

एलडीसी(LDC): 1 पद, वेतन 19900 से 63200 रुपये तक

ड्राफ्ट मैन( Draught man): 1 पद, वेतन 25500 से 81100 रुपये तक

दर्जी (Tailor): 2 पद, वेतन 19900 से 63200 रुपये तक

रसोइया (Cook): 9 पद, वेतन 19900 से 63200 रुपये तक

नाई (Barber): 2 पद, वेतन 18000 से 56900 रुपये तक

माली (Mali): 1 पद, वेतन 18000 से 56900 रुपये तक

ऐसे होगा चयन

इस भर्ती में उम्‍मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा, स्किल टेस्ट और प्रैक्टिकल के जरिए किया जाएगा. लिखित परीक्षा दो घंटे की होगी, इसमें सभी प्रश्‍नों में विकल्प होंगे. वहीं गलत जवाब के लिए 0.25 फीसदी अंक के हिसाब से नंबर काटे जाएंगे.

आयु सीमा

  1. सामान्‍य और ईडब्ल्यूएस (EWS) उम्‍मीदवारों के लिए न्‍यूनतम आयु 18 और अधिकतम आयु 25 साल है.
  2. ओबीसी (OBC) उम्‍मीदवारों के लिए न्‍यूनतम आयु 18 और अधिकतम आयु 28 साल है.
  3. एससी (SC) और एसटी (ST) उम्‍मीदवारों के लिए न्‍यूनतम आयु 18 और अधिकतम आयु 30 साल है.

श्रीनगर में CG के श्रमिकों को बनाया बंधक : CM बघेल ने त्वरित कार्रवाई के दिए निर्देश, श्रमिकों को छत्तीसगढ़ लाने में जुटा जिला प्रशासन

 रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने श्रीनगर के बडगाम जिले में छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा व सक्ती जिले के 60-65 श्रमिकों को बंधक बनाए जाने का मामला संज्ञान में आने पर जिला प्रशासन को त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री के निर्देश के परिपालन में जांजगीर-चांपा के कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने मामले की जांच और बंधक श्रमिकों को आवश्यक मदद पहुंचाने की कार्रवाई की है. जिला प्रशासन जांजगीर-चापा एवं जिला प्रशासन बडगाम (श्रीनगर) की संयुक्त पहल से वहां काम न करने के इच्छुक श्रमिकों को वापस लाने की पहल शुरू कर दी गई है.

गौरतलब है कि जिला जांजगीर-चांपा व जिला-सक्ती के लगभग 60-65 श्रमिक जम्मू कश्मीर के डोंगारगांव चुटरू, जिला-बडगाम (श्रीनगर) के ईट भट्ठे में अधिक आय की लालसा से कार्य करने गए थे और श्रमिकों को भट्ठा मालिक द्वारा मजदूरी का भुगतान भी नहीं किया जा रहा है. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिला प्रशासन जांजगीर-चांपा को प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए थे.
जिला प्रशासन जांजगीर-चांपा ने बडगाम (श्रीनगर) के प्रशासन से संपर्क किया और उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराया. जिला प्रशासन बडगाम द्वारा एक संयुक्त टीम गई है, जिसमें प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट, सहायक श्रमायुक्त व क्षेत्रीय पुलिस प्रशासन शामिल हैं. इस संयुक्त टीम के द्वारा शिकायत पर जांच की गई तथा जिला प्रशासन जांजगीर-चांपा को वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया. संयुक्त टीम के प्रतिवेदन अनुसार श्रमिक बंधक नहीं थे, स्वतंत्र रूप से कार्य कर रहे थे. पैसों को लेकर कुछ विवाद अवश्य था, जिसका प्रशासन के हस्तक्षेप से समाधान करा दिया गया है. 25-30 श्रमिक अपने राज्य वापस जाना चाहते हैं. पंचनामा तैयार कर श्रमिकों को गृह राज्य छत्तीसगढ़ भेजने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है.

जिला प्रशासन जांजगीर-चांपा ने सभी श्रमिकों से अपील की है कि ज्यादा मजदूरी पाने की लालसा में अन्य राज्यों में जाने के बजाय स्थानीय स्तर पर रोजगार व्यवसाय से जुड़कर आजीविका का साधन प्राप्त करें. स्थानीय स्तर पर रोजगार के पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं.

एसडीएम और नायब तहसीलदार के अपहरण का मामलाः पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया, 4 फरार, अवैध शराब पकड़ने गए अधिकारियों से मारपीट और किडनैप कर बाद में छोड़ दिया था

 धार। मध्यप्रदेश के धार जिले में एसडीएम और नायब तहसीलदार के अपहरण के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने वारदात में शामिल सभी पांच आरोपियों की कुंडली निकाल ली है। पुलिस ने वारदात में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं चार आरोपी अब भी फरार है। मामले का मास्टरमाइंड पूर्व भाजपा विधायक मुकाम सिंह किराड़े (Former BJP MLA Mukam Singh Kirade) का भांजा सुखराम है। पुलिस सुखराम को गिरफ्तार करने के लिए ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है।

मुख्य आरोपी सुखराम

बता दें किं म धार जिले के कुक्षी में अवैध शराब से भरे ट्रक की सूचना मिली थी। इसके बाद एसडीएम नवजीवन पंवार और नायब तहसीलदार राजेश भिडे़ कार्रवाई करने के लिए गए थे। बदमाशों ने दोनों अधिकारियों पर हमला कर मारपीट की थी। साथ ही अपहरण कर लिया था। हालांकि मारपीट और किडनैप कर बाद में छोड़ दिया था।

एसडीएम नवजीवन पवार

जानिए क्या है पूरा मामला

दरअसल धार के कुक्षी में अवैध शराब परिवहन की सूचना मुखबिर द्वारा मिली थी। मुखबिर ने बताया था कि ग्राम ढोलिया व ग्राम आली से होता हुआ एक ट्रक अलीराजपुर जा रहा है। सूचना पर एसडीएम नवजीवन पवार एवं नायब तहसीलदार राजेश भिडे़ ने ट्रक का पीछा किया और ग्राम हल्दी स्थित ढाबे पर अवैध शराब से भरे ट्रक को रोका गया। तभी ट्रक के पीछे आ रही स्कार्पियो वाहन में बैठ शराब माफियाओं के बैठे 6-7 गुर्गो ने एसडीएम एवं नायब तहसीलदार की गाड़ी पर हमला कर दिया। नायब तहसीलदार को अपनी गाड़ी में बैठाकर भाग गए। इस दौरान आरोपियों ने फायरिंग भी की। घटना की सूचना मिलते ही कुक्षी पुलिस मौके पर पहुंची और अवैध शराब से भरे ट्रक एमपी 69 एच 0112 एवं दो आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया। शेष आरोपियों की तलाश जारी है। वहीं नायब तहसीलदार को पुलिस ने आरोपियों से छुड़वा लिया है। घटना की जानकारी मिलते ही धार पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भी कुक्षी पहुंचे थे।

पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने लिखा सीएम को पत्र

मामले में पूर्व मंत्री और कुक्षी विधायक सुरेंद्रसिंह हनी बघेल ने सीएम शिवराजसिंह चौहान को पत्र लिखा है। इसमें शराब तस्कारों द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों पर किए गए हमले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। साथ ही आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है। तब तक के लिए धार, बड़वानी और आलीराजपुर के आबकारी अधिकारियों को भी निलंबित कर जांच करवाने की मांग रखी गई है। पत्र में कहा कि संबंधित शराब फैक्ट्रियों के लाइसेंस निलंबित कर जांच की जाए। साथ ही आरोपियों पर शासकीय कर्मचारी के अपहरण का भी प्रकरण दर्ज किया जाए।

बिलाबॉन्ग स्कूल की छात्रा से दुष्कर्म मामलाः रेप के आरोपी बस ड्राइवर के घर पर चला प्रशासन का हथौड़ा, मकान को जमींदोज किया गया

 भोपाल। राजधानी भोपाल के बिलाबॉन्ग स्कूल की छात्रा से दुष्कर्म (Billabong School student Rape Case) मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रेप के आरोपी बस ड्राइवर के घर को जमींदोज कर दिया है। शाहपुरा क्षेत्र के अजय नगर झुग्गी में बने आरोपी ड्राइवर हनुमंत के घर को भोपाल जिला प्रशासन ने हथौड़ा चलाकर मंगलवार देर शाम तोड़ दिया। कोलार एसडीएम और शाहपुरा पुलिस की मौजूदगी में छात्रा से रेप के आरोपी बस ड्राइवर के घर को जमींदोज किया गया।

बता दें कि इससे पहले  मामले को सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने खुद संज्ञान में लिया था। वहीं दूसरी तरफ शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार (Education Minister Inder Singh Parmar) ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यों की कमेटी बनाई है। वहीं स्कूल प्रबंधन से भी घटना की पूरी रिपोर्ट मांगी है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने मामले में ट्वीट करते हुए लिखा कि- भोपाल के एक स्कूल बस में हुई घटना को पूरी गंभीरता से लिया गया है। उक्त प्रकरण में अपराधियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। दुष्कर्म की इस घटना को चिन्हित अपराध की श्रेणी में लिया गया है, जिससे प्रकरण की सुनवाई जल्द से जल्द हो सकें। साथ ही इस मामले में कठोर से कठोर सजा दिलाने की कार्रवाई शीघ्र सुनिश्चित की जा सके। वहीं शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। मामले की जांच के लिए तीन सदस्यों की कमेटी बनाई गई है। वहीं स्कूल प्रबंधन से भी घटना की पूरी रिपोर्ट मांगी गई है। मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किन कारणों से ये घटना हुई उसकी जांच की जाएगी। जांच के दायरे में जो गलत आएगा उस पर कार्रवाई होगी चाहे वो स्कूल प्रबंधन ही क्यों ना हो।

जानिए क्या है पूरा मामला
भोपाल के बिलाबॉन्ग स्कूल में नर्सरी में पढ़ने वाली बच्ची के परिजनों ने बस के ड्राइवर पर बच्ची से दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। बच्ची के परिजनों का कहना है कि जब बच्ची स्कूल से घर लौटी तो उसके कपड़े बदले हुए थे। जब परिजनों को शक हुआ तो उन्होंने कपड़े बदलने की वजह पूछी। शक होने पर परिजनों ने स्कूल प्रबंधन से संपर्क किया। हालांकि संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के बाद और शक होने पर परिजनों ने पुलिस कमिश्नर से मिलकर घटना की शिकायत की। इसके बाद आरोपी बस ड्राइवर के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। साथ ही बस में जाने वाली दीदी से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने बच्ची का मेडिकल भी कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।


10th Commonwealth Karate Championship: ग्वालियर की बेटी निहारिका कौरव ने कॉमनवेल्थ कराटे चैंपियनशिप में जीता कांस्य पदक, वर्ल्ड कराटे सीरीज अगला लक्ष्य

 ग्वालियर। ग्वालियर की निहारिका कौरव का लंदन में डंका बजा है। अंतरराष्ट्रीय कराते खिलाड़ी निहारिका कौरव (Niharika Kaurav) ने इंग्लैंड में हुए 10वीं कॉमनवेल्थ कराटे चैंपियनशिप (10th Commonwealth Karate Championship) में कांस्य पदक जीता है। निहारिका ने 68 किलो सीनियर वर्ग में कांस्य पदक जीतकर देश समेत मध्यप्रदेश का नाम भी विश्व में गौरान्वित किया है। निहारिका अब 23 से 25 सितंबर तक टर्की में होने वाली वर्ल्ड कराते सीरीज में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी। वर्ल्ड कराटे सीरीज (world karate series) में गोल्ड जीतना निहारिका का अगला लक्ष्य है।

बता दें कि ग्वालियर की अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी निहारिका कौरव कराटे (International karate player Niharika Kaurav) की दुनियां में आयरन गर्ल के नाम से जानी जाती हैं। निहारिका साल 2011 से MP चैंपियन है। 23 साल की निहारिका अपनी उम्र से 10 गुना मेडल जीत चुकी हैं। अब तक इंडोनेशिया, इजिप्ट सहित अन्य देशों में सात इंटरनेशनल स्पर्धाओं में खेल चुकी निहारिका भारत के लिए 5 गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं।

निहारिका की कामयाबी का सफर स्कूल कॉलेज प्रतियोगिता से शुरू हुआ था। साल 2011 में उसने पहली बार मध्यप्रदेश कराटे चैंपियनशिप (Madhya Pradesh Karate Championship) जीती थी।  2011 से 2022 तक मध्यप्रदेश कराटे चैंपियनशिप का खिताब जीत रही हैं। वो अब तक अपनी उम्र से 10 गुना ज्यादा मेडल जीत चुकी हैं। 7 इंटरनेशनल स्पर्धाओं में खेल कर  निहारिका भारत के लिए 5 गोल्ड मेडल जीत अपना लोहा मनवाया। अब 23 सितंबर से होने वाली वर्ल्ड कराते सीरीज में खेलने के लिए टर्की जाने वाली हैं।