डिंडोरी। डिंडोरी जिला कोर्ट की विशेष न्यायालय ने रिश्वतखोर ASI को जेल की सजा सुनाई है। कोर्ट ने घूसखोर एएसआई को 4 साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही कोर्ट ने 5 हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया है। रिश्वतखोर ASI राघवेन्द्र तिवारी ने सड़क हादसे के आरोपी के पिता से कोर्ट में चालान जल्दी पेश करेन के एवज में 10 हजार रुपए की डिमांड की थी। इसकी शिकायत आरोपी संतोष पाण्डेय के पिता रेवा पाण्डेय ने जबलपुर लोकायुक्त पुलिस से कर दी थी। इसके बाद लोकायुक्त ने कार्रवाई करते हुए 5 हजार घूस लेते एएसआई को गिरफ्तार कर लिया था। 6 साल चली सुनवाई के बाद कोर्ट ने रिश्वतखोर एएसआई को 4 साल की सजा सुनाई।
दरअसल 11 नवंबर 2015 को संतोष पाण्डेय पिता रेवा पाण्डेय ने कार से शैलेष साहू को टक्कर मार दी थी। हादसे में शैलेष साहू की मौत हो गई थी। मामले की जांच एएसआई राघवेन्द्र तिवारी ने की थी। कोर्ट में चालान जल्दी पेश करने के एवज में एएसआई राघवेन्द्र तिवारी ने सड़क हादसे के आरोपी के पिता रेवा पाण्डेय से 1000 हजार रुपए इनाम के तौर पर मांगा था। इसकी शिकायत रेवा पाण्डेय ने जबलपुर लोकायुक्त पुलिस से 4 जनवरी 2016 को की थी।
आरोपी राघवेन्द्र तिवारी के निवास स्थान पर लोकायुक्त की टीम ने 5 हजार रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। एएसआई के खिलाफ धारा 7, 13(1)डी, 13(2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत मामला दर्ज किया गया था। विशेष न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम ने साक्ष्यों के आधार पर आरोपी राघवेन्द्र तिवारी पिता रामसुमरन को धारा 13(1)डी सहपठित धारा 13(2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 का दोषी पाते हुए 4 साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई। साथ ही 5000 रुपए का अर्थदंड भी लगाया है। अर्थदंड की राशि अदा नहीं करने पर 3 माह अतिरिक्त सश्रम कारावास भुगतना होगा।
भोपाल। मध्यप्रदेश की साइबर पुलिस ((Madhya Pradesh Cyber Police) ने फिर नाम रोशन किया है। बेस्ट साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन में स्टेट साइबर पुलिस को देश में दूसरा नबंर मिला है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (National Crime Records Bureau) ने यह अवार्ड एमपी कोदिया है। इंदौर जिले के एक क्रिप्टो करेंसी रैकेट के खुलासे के लिए NCRB ने यह एमपी को अवार्ड मिला है। एनसीआर ने दिल्ली में कार्यक्रम आयोजित किया था। बता दें कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो एक सरकारी एजेंसी है। इसका मुख्यालय राजधानी दिल्ली में है। यह क्राइम डेटा इकट्ठा करता है और उसका विश्लेषण करता है।
वहीं मध्यप्रदेश साइबर सेल के एडीजी योगेश देशमुख ने बताया कि एमपी में साइबर फ्रॉड में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। पिछले 4 साल में मध्यप्रदेश में 25 गुना ज्यादा साइबर क्राइम के मामले बढ़े हैं। 2019 में जहां साइबर फ्रॉड के 4 हजार मामले थे। वहीं 2022 तक साइबर फ्रॉड के आंकड़े 1 लाख तक पहुंचने की उम्मीद है। 65 हजार मामले अब तक स्टेट साइबर पुलिस के पास आ चुके हैं।
जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में 15 अगस्त की रात ज्वेलर्स की दुकान में हुई प्रदेश की सबसे बड़ी चोरी का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. इस सीसीटीवी फुटेज में चोरों की पूरी करतूत कैद हुई है. सीसीटीवी में दिख रहा है कि चोर किस तरह से अपने मंसूबों को अंजाम देते हैं. सीसीटीवी फुटेज में चोरी में इस्तेमाल होने वाली इनोवा कार भी साफ दिख रही है. पुलिस ने चोरों तक पहुंचने के लिए 15 दिनों तक शहर और शहर से बाहर जाने वाले रास्तों पर करीब 300 किलोमीटर के एरिया में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला उसके बाद जाकर आरोपियों तक पहुंच सकी. पुलिस ने तीन आरोपी को गिरफ्तार किया है.
कल किया था पुलिस ने खुलासा
जबलपुर पुलिस ने कल ही 15 अगस्त की दरमियानी रात पायल वाला गोल्ड शो रूम में हुई चोरी का खुलासा किया था. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिनके पास से 10 किलो 252 ग्राम 070 मिली ग्राम वजन के सोने के जेवर, कटर इनोवा कार और एक मोटरसाइकिल भी जब्त किया है.
कर्ज चुकाने के लिए की थी चोरी
पूछताछ में आरोपी गोपी उर्फ गुलाम मुस्तफा ने बताया कि वाहन खरीद बिक्री का व्यापार करता था. इसके साथ ही इलेट्रॉनिक सामान बनाने का छोटा कारखाना भी चलाता था. कोरेाना लॉकडाउन के बाद व्यापार में घाटा होने से कर्ज बढ़ गया था. घटना में इस्तेमाल इनोवा कार भी आरोपी ने लोन पर खरीदी थी. जिसका कर्ज वह चुका नहीं पा रहा था. कर्ज देने वाले लगातार उससे अपना पैसा मांग रहे थे. जिससे आरोपी ने ज्वेलर्स की दुकान मे चोरी करने का प्लान बनाया. जिसके बाद आरोपी ने बैजू उर्फ बैजुद्दीन के साथ मिलकर चोरी की योजना बनाई. योजना के मुताबिक गुलाम मुस्तफा ने पहले तो 1 महीने तक पायल वाला गोल्ड शोरूम की रैकी की. उसके बाद चोरी की घटना को अंजाम दिया.
10 ताले काटकर की चोरी
आरोपियों ने शोरूम के चैनल गेट सहित 10 ताले काटकर दुकान में प्रवेश किया और सबसे पहले CCTV का डीवीआर निकाल कर रख लिया. फिर दुकान के गोल्ड काउंटर में रखी खुली हुई ज्वेलरी एक-एक कर निकाली और दुकान में ही रखी बोरी में भर लिया. दोनों आरोपी लगभग 2 घंटे दुकान के अंदर रहकर वारदात को अंजाम देते रहे जब आरोपियों को दुकान के बाहर से कुछ आवाज सुनाई दी, तो वे चुराए हुए सोने के जेवर बोरी में भरकर दुकान से बाहर निकलकर पैदल पार्क की हुई इनोवा के पास पहुंचे. चुराए हुए जेवरों की बोरी इनोवा में रखकर निकल गए.
इंदौर। मध्यप्रदेश की इंदौर ईओडब्ल्यू (EOW) ने 66 लाख की धोखाधड़ी करने वाली रीवो मल्टीनेशनल लिमिटेड कंपनी के 4 डायरेक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर तीन डायरेक्टरों को औरंगाबाद से गिरफ्तार किया है। एक मुख्य आरोपी विनोद कुमार माली मौके से फरार हो गया, जिसकी ईओडब्ल्यू की टीम तलाश में जुटी हुई है।
इस तरह लोगों को झांसे में फंसाते थे
दरअसल, ये आरोपी कंपनी बनाकर लोगों से पैसा दोगुना करने का लालच देकर धोखाधड़ी को अंजाम देते थे। करोड़ों रुपए इन्वेस्टमेंट होने के बाद आरोपी कंपनी को बंद कर फिर नई कंपनी शुरू कर लेते थे। आरोपी पहले लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए प्लास्टिक पाइप और प्लास्टिक के आइटम बनाने के ब्रोशर दिखाकर उन्हें भी झांसे में लेते और अगर इससे भी इन्वेस्टर संतुष्ट नहीं होता तो उसे औरंगाबाद में कंपनी विजिट पर भी ले जाते थे। जिसके बाद लोग झांसे में आकर इनकी कंपनी में इन्वेस्टमेंट करते थे।
चेन सिस्टम के माध्यम से कराते थे इन्वेस्टमेंट
इस पूरी कंपनी में चेन सिस्टम के माध्यम से इन्वेस्टमेंट का काम लगातार किया जा रहा था और लोगों को कुछ राशि भी इन्वेस्टमेंट की ब्याज के तौर पर आरोपी खातों में ट्रांसफर कर दिया करते थे। लंबे समय से इंदौर के कुछ लोगों के पैसे जब वापस नहीं मिले तो ईओडब्ल्यू को पूरे मामले की शिकायत की गई। जिसके बाद ईओडब्ल्यू ने औरंगाबाद पहुंचकर कंपनी के तीन डायरेक्टरों को गिरफ्तार किया है। ईओडब्ल्यू को कंपनी के बैंक खातों की जानकारी मिली है। जिनमें करोड़ों रुपए का ट्रांजेक्शन किया गया है। मुख्य आरोपी विनोद कुमार माली फरार है। जिसकी अभी ईओडब्ल्यू तलाश में जुटी हुई है।
अपहरण मामले में 4 आरोपी गिरफ्तार
इधर, पिछले दिनों चंदन नगर थाना क्षेत्र से जमीन विवाद में अपहरण के मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। करीब 2 दिन पहले चंदन नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले एक मौलाना को कुछ लोग दुआ पढ़ने के बहाने बुलाकर कार में बैठा कर खुडैल के जंगल में ले गए थे और जान से मारने की धमकी देते हुए पिस्टल अड़ाकर जबरन जमीन के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करा लिए थे। जिसके बाद मौलाना को बाईपास पर छोड़कर भाग गए थे। इस मामले में चंदन नगर थाना पुलिस ने जांच के बाद चार आरोपियों को हिरासत में लिया है।
थाना प्रभारी के मुताबिक मौलाना और आरिफ के बीच में एक जमीन को लेकर कुछ साल पहले एग्रीमेंट हुआ था। लेकिन वह एग्रीमेंट कैंसिल हो गया, जिसके बाद आरिफ ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर मौलाना का अपहरण किया और जबरन दस्तावेजों पर साइन करा लिए। फिलहाल इस मामले में आरिफ, मोइन, सद्दाम सहित एक अन्य आरोपी को हिरासत में लिया गया है और इन सभी से पूछताछ की जा रही है।
भिंड/मुरैना। भिंड में घर की मिट्टी की दीवार गिरने से उसकी चपेट में आने से दो सगी बहनों की मौत हो गई। आधी रात को घर की मिट्टी की दीवार गिर गई। घटना में दोनों बहनें दब गई, जिससे उनकी मौत हो गई। पूरा मामला भिंड के रौन थाना क्षैत्र के मोरखी गांव की है। वहीं मुरैना में स्कूल वाहन पलटने से 12 से अधिक बच्चे घायल हो गए। जिसमें से तीन छात्रों की हालत गंभीर है। सभी को मुरैना जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।
जानकारी के मुताबिक भिंड के रौन थाना क्षैत्र के मोरखी गांव में आधी रात को घर की मिट्टी की दीवार भरभरा कर गिर गई। हादसे में दो बच्चियां दब गई। इससे उनकी मौत हो गई। जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंच गई है। लहार एसडीएम और तहसीलदार मौके पर मौजूद हैं। पुलिस ने बच्चियों के शव को पीएम के लिए अस्पताल भेजा है।
इधर मुरैना में स्कूल वाहन पलटने से 12 से अधिक बच्चे घायल (More than 12 children injured after school vehicle overturned in Morena) हो गए। घायलों में से 3 छात्रों की हालत गंभीर है। सभी बच्चों का इलाज मुरैना जिला अस्पताल में चल रहा है। जानकारी के मुताबिक स्कूल वैन बच्चों को लेकर स्कूल जा रही थी। इसी दौरान बागचीनी थाना इलाके के तातिया के पुरा के पास वैन पलट गई। हादसे में 12 से अधिक बच्चे घायल हो गए। ग्रामीणों ने बच्चों का रेस्क्यू कर जिला अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
बुरहानपुर। मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिला अस्पताल के 12 करोड़ के बहुचर्चित घोटाला मामले में एक और डॉक्टर सुनील पाटिल पर एफआईआर दर्ज कर लिया गया है. मामला दर्ज होते ही आरोपी फरार हो गया है. अब तक 17 लोगों को इस घोटाले में आरोपी बनाया गया है. जिसमें से 13 आरोपी जेल में बंद है, जबकि 4 आरोपी अभी भी फरार है. जिनकी तलाश की जा रही है. बुरहानपुर के जिला अस्पताल घोटाले में तत्कालीन डॉक्टर सुनील पाटिल पर 70 लाख रुपये की राशि गबन करने के सिलसिले में लालबाग थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस ने इस घोटाले में अब तक 4 डॉक्टर, 5 पत्रकार, 2 कांग्रेसी नेता और 6 अन्य कर्मचारियों को आरोपी बनाया है. इन आरोपियों में से 2 पत्रकार, 1 डॉक्टर और 1 कांग्रेसी नेता फरार है. बाकी सभी आरोपी जेल में बंद है. पुलिस ने फरार आरोपियों की संपति कुर्क करने की कार्रवाई शुरू कर दी है.
बता दें कि साल 2020-21 के दौरान जिला अस्पताल बुरहानपुर में 12 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था. इस मामले में लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी की जा रही है. तत्कालीन जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विक्रम वर्मा और तत्कालीन अधिकारियों समेत 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक नवजात बच्चे का कटा सिर नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के परिसर में मिला. मासूम बच्चे का सिर मिलने के बाद मेडिकल कॉलेज का प्रबंधन, भर्ती मरीज और उनके परिजन इस बात से परेशान है कि आखिर मेडिकल कॉलेज परिसर में नवजात का सिर कहां से और कैसे पहुंचा.बताया जा रहा है कि सबसे पहले बच्चे के कटे हुए सिर पर सफाई कर्मी की नजर पड़ी. जिसके बाद इस बात की सूचना गढ़ा थाना पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने सिर को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस प्रथम दृष्टया ये आशंका जता रही है कि श्मशान घाट से बच्चे का सिर लाया गया होगा.पुलिस का कहना है कि इससे पहले भी आवारा कुत्ते श्मशान घाट से बॉडी के पार्ट्स नोच कर ला चुके हैं. लिहाजा पुलिस ने शक जाहिर की है कि आवारा कुत्तों ने ही यह का किया होगा. पुलिस बच्चे की बॉडी की तलाश में जुटी हुई है. जिससे इस बात की पुष्टि हो सके कि यह सिर किसका है.
सीएसपी तुषार सिंह का कहना है कि पुलिस ने मामला कायम कर इसकी जांच शुरू कर दी है. पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ भी कर रही है. जरूरत पड़ने पर पुलिस मेडिकल कॉलेज परिसर और उसके आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी तलाश करेगी. ताकि यह पता चले कि आखिर यह सिर कैसे और कहां से पहुंचा है.
रायसेन हमेशा विवादों में रहने वाली आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी (Ayush doctor Seema Chaudhary)एक बार फिर से विवादों में है। सीमा चौधरी के पास डिग्री तो आयुष की है लेकिन एलोपैथिक से इलाज कर एक महिला की जिंदगी नर्क बना दी। दरअसल आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी ने 3 महीने की गर्भवती का बिना सोनोग्राफी की रिपोर्ट पढ़े अंग्रेजी दवाइयों से इलाज कर दिया। गलत दवाइयों के इस्तेमाल से महिला की तबीयत बहुत बिगड़ गई। इसके बाद डॉक्टर सीमा चौधरी ने उसे बच्चा गिराने की दवाई भी दे दी। इससे गर्भवती महिला की हालत और खराब हो गई। परिजन उसे लेकर रायसेन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने उसे विदिशा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। महिला की जान बचाने के लिए डॉक्टरों को उसकी पेट में से कई आंतों को काटकर बाहर निकाला गया। डॉक्टरों ने महिला की जान तो बचा ली लेकिन आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी की कारनामा का खामियाजा महिला को आजीवन भुगतना पड़ेगा। महिला अब कभी मां नहीं बन पाएगी। परिजनों ने पुलिस से शिकायत कर सीमा चौधरी पर कार्रवाई की मांग की है।
जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो फिर क्या किया जाए… जिन डॉक्टरों के ऊपर जान बचाने की जिम्मेदारी होती है अगर वही डॉक्टर जान लेने की कोशिश करने लगे तो फिर क्या हो। हम बात कर रहे हैं हमेशा विवादों में रहने बाली आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी की। चौधरी ( आयुर्वेद ) से इलाज ना करते हुए गर्भवती महिला के गर्भ को गिराने के लिए बिना सोनोग्राफी की रिपोर्ट पढ़े इलाज कर दिया। इससे गर्भवती महिला यशोदा की हालत बिगड़ती गई।
हालत बिगड़ने पर परिजन महिला यशोदा को तत्काल जिला अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने उसे रेफर कर दिया। इसके बाद परिजन उसे विदिशा के मेडिकल कॉलेज ले गए। वहां डॉक्टरों की टीम ने बारीकी से जांच करने के बाद पाया कि आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी के द्वारा गलत इलाज करने के कारण गर्भवती महिला यशोदा की हालत बिगड़ी है। इसके बाद डॉक्टरों की टीम ने आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिये विदिशा थाने में आवेदन दिया। इसके बाद गर्भवती महिला यशोदा का ऑपरेशन किया। डॉक्टरों ने यशोदा के पेट में से कई आंतों को काटकर बाहर निकाला तब जाकर उसकी जान बची।
परिवार को झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रही
वहीं परिजन अब आयुष डॉक्टर पर कार्रवाई के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। वहीं आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी उल्टे इन्हें झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रही है। परिजनों ने इस आयुष डॉक्टर की शिकायत रायसेन कलेक्टर अरविंद कुमार दुबे से भी की है।
मामले की जांच करा कर कार्रवाई की जाएगीः स्वास्थ्य मंत्री
वहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर प्रभुराम चौधरी (Health Minister Dr. Prabhuram Choudhary) से भी इस महिला आयुष डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई है। स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर प्रभु राम चौधरी मामले की जांच करा कर कार्रवाई की बात कर रहे हैं।पीड़िता और परिवार वालों की एक ही मांग- दोषी डॉक्टर के खिलाफ हो कड़ी कार्रवाई
पीड़िता यशोदा का कहना है कि आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी ने अंग्रेजी दवाइयों से मेरा इलाज किया। इसके बाद मेरी तबीयत बिगड़ने लगी। रात में उल्टियां हुई। इसके बाद उसने मुझे गर्भ गिराने के लिए दवाइयां भी दी। बॉटल में मिलाकर इंजेक्शन भी लगाया। परिजन अब इस महिला आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। यशोदा के ससुर रामकरण प्रजापति ने कहा कि जब इस महिला डॉक्टर को अंग्रेजी दवाइयों से इलाज करने की मनाही है तो क्यों उसने मेरी बहू का अंग्रेजी दवाइयों से इलाज किया। यशोदा के पति कल्लू प्रजापति ने कहा कि अब मेरी पत्नी कभी मां नहीं बन पाएगी। ऐसी स्थिति में इस महिला आयुष डॉक्टर पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। जिससे यह आगे चलकर कोई अन्य महिला की जिंदगी बर्बाद ना कर सके।
सागर। मध्यप्रदेश के सागर में एक के बाद एक 4 चौकीदार की हत्या ( 4 watchmen murder in Sagar) कर दी गई है। सिरफिरा हत्यारा सभी चौकीदारों को मारने के लिए एक ही पैटर्न का इस्तेमाल किया। समय भी एक ही चुना। सिरफिरा हत्यारे ने सभी चौकीदारों को रात 12 से लेकर तड़के सुबह 3 बजे के बीच मारा है। हत्यारा रात में आता और सो रहे चौकीदार के सिर पर वार कर मौत की नींद सुलाकर आराम से चलते बना। सागर पुलिस के लिए चौकीदारों के हुए मर्डर का खुलासा करने में तंत्र के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है क्योंकि एक के बाद एक 4 चौकीदार अपराधियों ने ठिकाने लगा दिया। वहीं पुलिस को हत्यारे का कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा है। पुलिस बस एक संदिग्ध स्कैच आजतक जारी कर पाई है। लिहाजा पुलिस ने हत्यारों की गुत्थी सुलझाने के लिए अब आम लोगों से मदद मांगी है।
मामले को लेकर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) ने कहा कि पूरी घटना हमारे संज्ञान में आई है। पुलिस अधीक्षक से भी मैंने बातचीत की है। रात्रि गश्त पुलिस और चौकीदार सभी को अलर्ट किया गया है। CCTV निकाले जा रहे हैं। जल्द निष्कर्ष निकलेगा। प्रथम दृश्टया में एक ही आदमी सभी हत्या के पीछे हैं।
सागर पुलिस के लिए चौकीदारों के हुए मर्डर का खुलासा करने में तंत्र के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है क्योंकि एक के बाद एक 4 चौकीदार अपराधियों के द्वारा ठिकाने लगा दिया है। वहीं 4 चौकीदारों की हत्या के बाद भी पुलिस तंत्र को कोई ऐसा सुराग हाथ नहीं लगा है कि पुलिस अपराधी को दबोच सके। लिहाजा पुलिस ने अब आम लोगों से ही मदद की गुहार लगाई है। सागर एसपी तरुण नायक (Sagar SP Tarun Nayak) ने आम लोगो से सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा किसी को किसी प्रकार इसमें कोई जानकारी हो तो पुलिस के साथ शेयर करें। नाम और नंबर गोपनीय रखा जाएगा। रात में अगर किसी को इस प्रकार से पता चलता है कि कोई व्यक्ति ऐसे घूम रहा है बिना किसी काम के तो पुलिस को सूचना दे जिससे आरोपियों को पकड़ने में सफलता मिल सकें।
पिछले 72 घंटे में दो चौकीदारों की हत्या
बता दे किसागर में पिछले 72 घंटे में दो चौकीदारों की हत्या हो चुकी है। वहीं चार महीने में 4 चौकीदारों के साथ इसी तरह की घटना को अंजाम दिया गया है। इसमें 28 अगस्त को केंट में और आज 30 अगस्त को सिविल लाइन थाना क्षेत्र में की गई। वहीं 2 मई को मकरोनिया थाना क्षेत्र मैं भी एक चौकीदार की हत्य़ा की गई थी। इन चारों मामलों में पुलिस को आरोपियों की तलाश है। ऐसे कयास लगाए जा रहे है की हो सकता है कि चारों मामलो में अपराधियों के तार एक दूसरे से जुड़े हो
सभी हत्या रात 12 बजे से सुबह के 3 बजे के बीच
इन चारों घटनाओं को जोड़कर इसलिए देखा जा रहा है। इनमे चौकीदारों को ठिकाने लगाने का एक ही तरीका अपनाया गया है। यानी कि तीनों चौकीदारों के सिर पर ही हमला हुआ है। जिससे उनकी जान गई है। सोते समय रात में 12 बजे से 3 बजे के बीच घटना को अंजाम दिया गया है। साथ ही ऐसा संदेह जताया जा रहा है कि अपराधी जब किसी घटना को अंजाम देता है तो अपने साथ में कोई भी ऐसी चीज साथ में नहीं लिए रहता। इससे किसी को उस पर शक हो, लेकिन वह आस-पास मौजूद लाठी, पत्थर जैसी किसी चीज से उठाकर हमला कर देता है। मकरोनिया में रेलवे ओवरब्रिज के चौकीदार उत्तम रजक के सिर पर डंडे से हमला किया गया था। आरोपी फरार है करीब 4 महीने होने को है लेकिन पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है।
मारने के बाद चौकीदार का मोबाइल ले गया फिर दूसरे की हत्या कर उसके पास छोड़ दिया
कैंट थाना क्षेत्र के भैंसा में कारखाने की चौकीदारी करने वाले कल्याण लोधी के सिर पर हथौड़ा से हमला कर मौंत की नींद सुला दी गई थी। अब सिविल लाइन थाना क्षेत्र के आर्ट एंड कॉमर्स कॉलेज परिसर मैं चौकीदार शंभू दयाल शर्मा के सिर को भी पत्थर से कुचला गया। वही भैंसा और कॉलेज परिसर में हुए इस मामले को जोड़कर देखा जा रहा है क्योंकि कल्याण लोधी का जो मोबाइल मौके से गायब हुआ था वह शंभू दयाल की बॉडी के पास से बरामद किया गया है। शंभू दयाल का मोबाइल गायब बताया जा रहा है। अगर आरोपी को जल्द नहीं पकड़ा गया तो फिर किसी घटना को अंजाम दे सकता है।
गलत इंजेक्शन लगाने से बच्चे की मौतः शरीर पर दाने और खांसी होने पर परिजन डॉक्टर के क्लीनिक ले गए थे, इंजेक्शन लगाते ही तड़पने लगा और थोड़ी देर बाद हो गया शांत
नर्मदापुरम जिले की सिवनी मालवा तहसील में बुधवार को एक बीयूएमएस डॉक्टर द्वारा गलत इंजेक्शन लगाने से छह साल के बच्चे की मौत का मामला सामने आया है। इस दौरान परिवार के लोगों ने बच्चे की मौत के मामले में बीयूएमएस डॉक्टर पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाया है।
पूरा मामला शिवपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत गोलगांव के रहने वाले नंदकिशोर लौवंशी के बेटे वंश लौवंशी उम्र 6 वर्ष को बुधवार पैर में फुंसी और खांसी होने के चलते परिवार वाले उसे सिवनी मालवा में बीयूएमएस डॉक्टर नितेश जैन के क्लीनिक पर ले गए। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर नितेश जैन ने बच्चें को एक इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगाते ही मासूम वंश तड़पने लगा। इसके बाद बच्चें को निजी चिकित्सालय के बाद सरकारी अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने इस मामले में मृतक बच्चे का पोस्टमार्टम कराकर मामले की जांच शुरू कर दी है
श्रीलंका और बांग्लादेश की टीमें एशिया कप 2022 में गुरुवार को करो या मरो मुकाबले में एक-दूसरे से भिड़ेंगी. दोनों ही टीमों को ग्रुप-बी के अपने पहले मैच में अफगानस्तिान के हाथों हार मिली है. अफगानस्तिान दो जीतों के साथ इस समूह से सुपर-4 में पहुंचने वाली पहली टीम बन गई है. अब श्रीलंका और बांग्लादेश दूसरी टीम बनने की दावेदारी पेश करेंगी.
टीमों को सुधार की जरूरत दोनों टीमों को जीत के लिए प्रदर्शन में सुधार करने की जरूरत है. श्रीलंका को जहां अपने पहले मैच में ऊपरी क्रम की बल्लेबाजी ने निराश किया था, वहीं बांग्लादेश को डेथ ओवर में खराब गेंदबाजी के कारण हार मिली थी.
श्रीलंकाई कप्तान दासुन शनाका दुबई की धीमी पिच पर टीम के स्पिन गेंदबाजों पर भरोसा करना चाहेंगे. ऐसे में वानिंदु हसरंगा का साथ देने के लिए प्रमोद जयवक्रिमे और जेफरी वैंडरसे में से कोई एक या दोनों टीम में शामिल हो सकते हैं. धनंजय डि सिल्वा भी श्रीलंका के एकादश में जगह बना सकते हैं. उनकी उपस्थिति मध्यक्रम में जान डालेगी, और उनकी ऑफ-ब्रेक गेंदबाजी बांग्लादेश के लिए संकट साबित हो सकती है.
इंदौर। संबंध बनाने के लिए, जिसे लड़की समझकर 2 हजार रुपए में बुलाया, वह किन्नर निकला। इसके बाद विवाद हुआ तो हत्या कर शव के दो टुकड़े कर दिए। कमर से नीचे वाला हिस्सा सड़क किनारे फेंक दिया। वहीं कमर से ऊपर वाला भाग घर की पेटी में रखे रहा। इंदौर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर आरोपी के घर की पेटी से धड़ और काटने में इस्तेमाल छुरा जब्त कर लिया है। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
बता दें कि मंगलवार को इंदौर के खजराना थाना इलाके में सड़क किनारे शव का धड़ के मिलने से सनसनी फ़ैल गई थी। पुलिस के लिए हत्या को सुलझाना टेढ़ी खीर से कम नहीं था। हालांकि पुलिस ने कई CCTV खंगालने और और टावर लोकेशन के आधार पर संदेह के आरोपी को गिरफ्तार किया। इसके बाद उसके हत्या करान स्वीकार करते हुए जो बात बताई उसे सुनकर पुलिस भी चौंक गई।
ऑनलाइन एप के माध्यम से हुई थी पहचान
इंदौर के खजराना थाना इलाके में हुई किन्नर की हत्या के मामले का पुलिस ने कुछ ही घंटो में खुलासा कर दिया है। आरोपी नूर मोहम्मद का कुछ समय पहले मृतक से सम्पर्क हुआ था। दोनों का मिलाप ‘ऑनलाइन एप’ के माध्यम से हुआ था। मृतक मोहसिन उर्फ़ ज़ोया ने अपने आपको सोशल मीडिया पर लड़की बताकर आरोपी से परिचय किया था। कुछ दिनों तक दोनों के बीच दोस्ती रही। इसके बाद दोनों शारीरिक संबंध बनाने को राजी हो गए। इसके लिए मृतक ने नूर मोहम्मद से 2 हजार रुपये के मांग भी की थी। आरोपी ज़ोया के हुस्न के जाल में फंस गया था। लिहाजा वह संबंध बनाने के बदले 2 हजार रुपए देने के लिए तैयार ही हो गया था। दोनों के बीच मीटिंग होने से पहले नूर ने ज़ोया को एडवांस 500 रुपए भी ऑनलाइन भेज दिए थे। ज़ोया जब नूर के घर अशर्फी कॉलोनी पहुंची तो उसने बाकी की रकम भी पहले ले ली। जब धीरे धीरे उसने कपड़े उतारे तो उसके हुस्न का जाल फीका पड़ गया। तब अचानक घबराकर नूर मोहम्मद ने संबंध बनाने से इंकार कर दिया। लेकिन ज़ोया संबंध बनाने के लिए लगातार दबाब बनाने लगा तो इसे लेकर दौरान दोनों के बीच विवाद हो गया। विवाद में नूर मोहम्मद ने ज़ोया का गला दबा दिया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद उसके घर पर ही रखे मांस काटने वाले चाकू से उसके शरीर को दो भागो में काट दिया। एक हिस्सा सूनसान इलाके में फेंक दिया था। वहीं दूसरा हिस्सा घर के अंदर की पेटी में ही छुपा दिया। जानकारी है कि नूर मोहम्मद शादी शुदा था। उसकी पत्नी गर्भवती थी इसलिए वह कुछ समय पहले मायके चली गई थी।
इस तरह आरोपी तक पहुंची पुलिस
इंदौर के खजराना थाना इलाके में स्थित स्टार चौराहे के करीब एक दिन पूर्व मंगलवार सुबह उस वक़्त सनसनी फ़ैल गई थी। एक निगमकर्मी ने कटा हुआ शव देखा था। शव मिलने की सूचना पुलिस को दी थी। मौके पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक की टीम ने पड़ताल की, लेकिन पुलिस के लिए उस वक़्त और चुनौती बन गई जब मृतक के शरीर का ऊपरी हिस्सा नहीं मिला। पुलिस ने आसपास इलाके में सर्चिंग अभियान चलाया। एक जगह संदिग्ध लगने पर खुदाई भी करवाई लेकिन उसमे मृत श्वान मिला। इससे पुलिस और भृमित हुई। पुलिस के लिए शव की पहचान करना कठिन बना हुआ था। इसी दौरान एक परिवार ने मौके पर पहुंच कर दावा किया कि यह शव उनके ही परिवार के एक सदस्य का है। उसका नाम मोहसिन उर्फ़ ज़ोया है। मोहसिन के रहस्य्मय ढंग से गायब होने की जानकारी भी पुलिस को दी गई थी। पुलिस ने फरियाद पर गुमशुदगी भी दर्ज की थी, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा था। परिजनों ने शव देखकर दावा किया था कि यह शव मोहसिन का ही है। जोदिन पहले गायब हुआ था। हालांकि शुरुआती पूछताछ में पुलिस ने आसानी से भरोसा नहीं किया कि यह वही शव है। परिजनों ने एक फोटो प्रस्तुत की जिसमें मोहसिन ने वह चुनरी डाली हुई थी। इससे शव के पैर बंधे हुए थे। पुलिस ने इसके बाद अपनी जांच आगे बढ़ाई। आसपास इलाके में लगे सीसीटीव्ही खंगाले तो एक युवक स्कूटर पर बोरा रहकर निकलते नजर आया। कुछ देर बाद वह वापस वहा से गुजरा। हालांकि इस वक़्त उसके स्कूटर पर बोरा नहीं था। इसके बाद पुलिस को आशंका हुई। हत्या का संदेही मानते हुए नूर मोहम्मद को उसके भाई के घर से हिरासत में ले लिया। गिरफ्त में आये आरोपी नूर मोहम्मद ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर ही उसके घर से पेटी में रखे शव के दूसरे हिस्से को बरामद कर लिया है। पुलिस अब आरोपी नूर मोहम्मद के अन्य साथियों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है। आशंका है कि नूर मोहम्मद के साथ हत्या और शव को ठिकाने लगाने में और भी अन्य लोग शामिल होंगे।
CCTV और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से मिली मदद
पुलिस को हत्याकांड की गुथी सुलझाने में CCTV और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से काफी मदद मिली। इससे पुलिस जल्द ही आरोपी तक पहुँंच गई। इन्ही अहम सबूत के माध्यम से आरोपियों को न्यायालय में सजा दिलाने का प्रयास करेगी। साथ ही शव का डीएनए टेस्ट भी कराया जाएगा। पुलिस अब मृतक ज़ोया उर्फ़ मोहसिन से जुड़े अन्य बिंदु भी खंगाल रही है। आशंका है कि यह पूर्व में संबंध बनाने का दबाबा बनाकर लोगों के साथ लूट की वारदात को अंजाम दे चुकी होगी। वह अक्सर किन्नरों की टोली में शामिल रहती थी। अब देखना होगा कि पुलिस पड़ताल में क्या क्या खुलासा होता है।
अवैध संबंधों में हुई है हत्या
डीसीपी सम्पत्त उपाध्याय ने कहा कि खजराना थाना इलाके में हुई ह्त्या के मामले पुलिस ने खुलासा कर मुख्य आरोपी नूर मोहम्मद को गिरफ्तार कर लिया है। अवैध संबंधों के चलते हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया था। आरोपी के अन्य साथियो की तलाश की जा रही है।
भोपाल। मिशन-2023 की तैयारी की में असंतुष्ट नेता कांटे न बिछा दें इसकी तैयारी में कांग्रेस जुट गई है। असंतुष्ट नेताओं की नाराजगी दूर करने कांग्रेस जुट गई है। इसके लिए नाराज नेताओं की पार्टी के आलाकमान नेताओं के साथ मीटिंग कराई जाएगी। बेड़ नेताओं के सामने नाराज नेता अपनी बात रखेंगे। साथ ही उनके मन क्या है और उन्हें पार्टी से क्या चाहिए ये भी पूछा जाएगा। 2023 में होमे वाले विधानसभा चुनाव के दौरान मतभेद के साथ मनभेद न हो इसके लिए कांग्रेस के बड़े नेताओं ने ये तैयारी की है। कांग्रेस मिशन-2023 के लिए फूंक-फूंक कर कदम कर रखी है। सेक्टर और इकाइयों में बैठकों से पहले सभी की नाराज़गी ख़त्म की जाएगी।
बता दें कि मध्यप्रदेश नगरीय निकाय चुनाव के दौरान कांग्रेस में असंतुष्टों की नाराज़गी खुलकर सामने आई थी। इसके कारण पंचायत चुनाव में अपने समर्थकों की जीत दंभ भरने वाली कांग्रेस निकाय चुनाव में शांत दिखी थी। कई नगर निगम में पार्षदों की संख्या अधिक होने के कारण भी अध्यक्ष और सभापति चुनाव हारना पड़ा था। इसे देखते हुए कांग्रेस अब असंतुष्टों को मनाने में जुट गई है।
मंडलम, सेक्टर और ब्लॉक लेवल पर बैठकों का दौर जारी
इधर मिशन-2023 को लेकर कांग्रेस के मंडलम, सेक्टर और ब्लॉक लेवल पर बैठकों का दौर जारी है। बूथ एजेंट और इकाइयों में कार्यकर्ता तैनात किये जाएंगे। बूथ एजेंट की कांग्रेस ट्रेनिंग करवाएगी। साथ ही कांग्रेस कामकाजी कार्यकर्ताओं को बड़ी ज़िम्मेदारी देकर कांग्रेस संगठन को मज़बूत करेगी।