Breaking: एमपी कांग्रेस को बड़ा झटका, पूर्व मंत्री अरुणोदय चौबे ने छोड़ी पार्टी, सभी पदों से दिया इस्तीफा

 भोपाल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा भारत जोड़ो यात्रा निकाली जा रही इधर कांग्रेस नेताओं का पार्टी छोड़ने का सिलसिला भी जारी है। हाल ही में केरल के पूर्व सीएम समेत विधायकों ने कांग्रेस पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिए है। अब इसी कड़ी में एमपी कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है।

मध्यप्रदेश के सागर जिले के बड़े कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री अरुणोदय चौबे ने भी पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पीसीसी चीफ कमलनाथ को अपना इस्तीफा भेजा है।

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पत्र में लिखा है कि पिछले दिनों खुरई मे हुई घटना से वो और कार्यकर्ता दुखी है। लंबे समय से उनके पार्टी छोड़ने के कयास लगाए जा रहे थे, जिस पर आज विराम लग गया है।


झोपड़ी में मुफलिसी की इंतिहा: न पेंशन, न राशन, न आधार कार्ड और न आशियाना, कई सरकारें आई और गई, मदद की आस में धुंधली पड़ीं आंखें, आखिर कौन लेगा इस बेबस का सुध ?

  बीजापुर। हाथ-पांव की हड्डियां कमजोर पड़ चुकी हैं, त्वचा सिकड़ चुकी है, आंखें धुंधली और चेहरे को बेतहाशा झुर्रियों ने ढक लिया है. यहां तक की तन को ढके कपड़े भी फट चुके हैं. मुफलिसी में जो दिन देख रही हूं, उस पर तरस क्या आना, यहां सुनने वाला, देखने वाला कोई नहीं है, तो बस उपर वाले का सहारा है. आंखों की कमजोर पड़ चुकी रोशनी से वो देख नहीं पा रही थी, किसी तरह थर्रथर्राते हाथों से इशारा करते अपनी पीड़ा जाहिर करने की कोशिश कर रही थी, जिस हाल में है उस पर अफसोस ना जताते, ऊपर की तरफ उंगलियों से इशारा करते, भगवान पर आखिरी उम्मीद का भरोसा जता रही थी.

ये किसी रील लाइफ की नहीं, बल्कि रियल लाइफ की आपबीती है. उम्रदराज नागक्का पिरला की बदनसीबी की कहानी है, जो जिंदगी के आखिरी पड़ाव पर सरकार और उसके दावों की हकीकत को शायद आइना दिखा रही है.

छत्तीसगढ़ के बीजापुर को पड़ोसी राज्य तेलंगाना से जोड़ती भोपालपट्नम-तालड़ागुड़ा नेशनल हाइवे से गुजरते वक्त ताड़लागुड़ा गांव से पहले सड़क किनारे एक टूटी-फूटी कुटिया है, जिस पर खपरे और एस्बेस्टस की टूटी-फूटी शीट तो है, लेकिन कुटिया की चार दीवारी नहीं, कुछ प्लास्टिक की पन्नी और ग्रीन मैट को बल्लियों के सहारे तानकर नागक्का का यह आशियाना है, जिसमें वह अपने एक पुत्र के साथ जिंदगी गुजार रही है. संतान भी कुली-भुती कर गुजारा करता है, लेकिन उसके घर से बाहर रहने पर चलने-फिरने, देखने-सुनने में लाचार नागक्का पूरी तरह बेसहारा हो जाती है.

हड्डियों में पहले जैसा जोर नहीं कि अपने बूते वह दो वक्त का खाना पका ले. मजबूरी ऐसी कि इस वृद्धा को अपना पेट भरने आस-पड़ोस के घरों में जाकर खाना मांगना पड़ता है. रहम दिल पड़ोसी कुछ खाना दे दे, तब जाकर पेट भरता है. ताड़लागुड़ा नेशनल हाइवे किनारे टूटी-फूटी कुटिया में जिसके भीतर दो चारपाई को छोड़ कोई खास सामान नहीं है.

कपड़े-लत्ते से लेकर बर्तन जहां-तहां बिखरे पड़े मिलेंगे. चूहे-बिल्ली, कुत्तों से लेकर जहरीले जीव तक घर के भीतर विचरण करते दिख जाएंगे. ऊंचा सुनती हैं, लेकिन हिंदी समझ नहीं पाती, इसलिए कोई कुछ पूछे तो पड़ोस के लोग सामने आकर उसकी पीड़ा व्यक्त करते हैं.

पड़ोसियों की मानें तो नागक्का के पास राशन कार्ड तक नहीं है. आधार कार्ड है या नहीं, वो यह भी नहीं जानती. जीवन इस कदर बदहाल कि दो वक्त का खाना भी उसे नसीब नहीं है. सरकार की तरफ से मिलने वाला वृद्धा पेंशन का भी ठीकाना नहीं, थोड़ी-बहुत जो मदद मिलती है, वो भी पड़ोसियों से. इसकी सुध लेने वाला और कोई नहीं, कोई रिश्तेदार है, यह भी नहीं जानते. बस किसी तरह जिंदगी का पहिया जैसे-तैसे घूम रहा है.

पड़ोसियों की मानें तो पंचायत चाहे तो इसकी मदद कर सकता है. बावजूद सुध लेने आज पर्यंत कोई नहीं आया. वह जैसी है उसे उसकी हाल पर सभी ने छोड़ रखा है. कुछ साल पहले पति गुजर गए. महिला की हालत को देखकर लगता है शायद संतान भी उसकी जतन ना कर रहा हो. अब तो उम्र के साथ बुढ़ापे से जुड़ी बीमारियों ने भी उसे जकड़ लिया है.

इधर , तमाम कठिनाईयों के बाद भी नागक्का की धुंधली आंखों में कोई खास सपना नजर नहीं आता. उसे जरा भी मलाल नहीं कि कोई उसकी सुध लेने पहुंच रहा या नहीं, बस भरोसा है तो उपर वाले पर, जिसकी तरफ अपनी उंगलियों से इशारा करते मानो वह अपने अंत का दिन गिन रही हो.

दिल्ली की शराब नीति पर सीबीआई के बाद ईडी का एक्शन, देश में 40 ठिकानों पर चल रही छापेमारी…

 नई दिल्ली। दिल्ली की शराब नीति में गड़बड़ी को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का एक्शन जारी है. राजधानी दिल्ली और तेलंगाना समेत देशभर में 40 जगहों पर ईडी की अभी छापामार कार्रवाई चल रही है.

बता दें कि दिल्ली की केजरूवाल सरकार नई आबकारी नीति लेकर आई थी, जिस पर भाजपा के सवाल उठाए जाने के बाद दिल्ली सरकार ने आनन-फानन ने नीति को लागू होने से पहले ही वापस लेते हुए पुराने नीति को बहाल रखा था. इस बीच उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति 2021-22 में नियमों के कथित उल्लंघन और प्रक्रियागत खामियों को लेकर सीबीआई जांच कराए जाने की सिफारिश कर दी. उन्होंने यह सिफारिश मुख्य सचिव की ओर से सौंपी गई उस रिपोर्ट के आधार पर की थी, जिसमें इन सभी खामियों के बारे में बताया गया था.

उपराज्यपाल से हरी झंडी मिलते ही सीबीआई ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर के अलावा अन्य ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी. सीबीआई छापेमारी को लेकर सिसायस में आई गर्मी अभी शांत नहीं हुई है कि ईडी की छापेमारी शुरू हो गई है.

ठग सुकेश चंद्रशेखर ने 4 और अभिनेत्रियों को दिए थे महंगे तोहफे, इस एक्ट्रेस को ट्रांसफर किए थे 5.20 लाख रुपए …

 करोड़पति ठग सुकेश चंद्रशेखर से जुड़े 200 करोड़ रुपS के रंगदारी मामले की जांच में पाया गया है कि चार मॉडल/अभिनेत्री उससे तिहाड़ जेल में मिली थीं और उन्हें पैसे और महंगे उपहार दिए गए थे. सूत्रों के मुताबिक, ‘बिग बॉस’ फेम निकिता तंबोली, ‘बड़े अच्छे लगते हैं’ फेम चाहत खन्ना, सोफिया सिंह और अरुषा पाटिल जेल परिसर में चंद्रशेखर से मिली थीं और चंद्रशेखर ने उन्हें खुद को दक्षिणी फिल्म उद्योग का निर्माता बताया था.

मामले में एक सूत्र ने कहा कि इन अभिनेत्रियों की चंद्रशेखर से मुलाकात में मदद उसकी सहयोगी पिंकी ईरानी ने की थी. पिंकी को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया था. इन चारों अभिनेत्रियों को गुच्ची, वसार्चे और लुई वुइटन जैसे प्रसिद्ध ब्रांडों के महंगे उपहार दिए गए थे. वहीं, चंद्रशेखर ने अरुषा पाटिल के खाते में 5.20 लाख रुपए भी ट्रांसफर किए थे. उन्होंने स्वीकार किया है कि वह उनसे मिलती थीं, लेकिन जेल में नहीं.

वहीं, जब पिंकी ईरानी ने खन्ना को चंद्रशेखर से मिलवाया, तो अभिनेत्री को कथित तौर पर 2 लाख रुपए और नीले रंग की वसार्चे घड़ी दी गई. चंद्रशेखर ने कथित तौर पर सिंह के खाते में 2 लाख रुपए जमा किए और उन्हें एक एलवी बैग उपहार में दिया था. बाद में उन्हें 1.5 लाख रुपए और दिए गए.

पिंकी ईरानी को निकिता तंबोली से परिचय कराने के लिए चंद्रशेखर से 10 लाख रुपए मिले और बाद में उन्होंने निकिता को 1.5 लाख रुपए दिए थे. चंद्रशेखर ने उन्हें पहली मुलाकात में एक गुच्ची बैग और 2 लाख रुपए दिए थे.

PM Modi Birthday: Modi के जन्मदिन पर पैदा होने वाले बच्चों को मिलेगी सोने की अंगूठी

 PM Modi Birthday: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर पूरे देश में भाजपा नेता अलग-अलग प्लान बनकर उनके जन्मदिन को खास मनाने में लगा हुआ है. कोई मोची को हवाई यात्रा करा रहा है, तो कोई पैदा होने वाले बच्चे को सोने की अंगूठी भेंट करने की तैयारी में है. एक ऐलान के मुताबिक 17 सितंबर को पैदा होने वाले सभी बच्चों को सोने की अंगूठी गिफ्ट में दिए जाने का किया गया है.

  यह ऐलान बीजेपी की तमिलनाडु यूनिट ने किया है. तमिलनाडु बीजेपी ने पीएम मोदी के जन्मदिन पर बच्चों को अंगूठी देने के अलावा अन्य योजनाओं में 720 किलोग्राम मछली बांटने का ऐलान भी किया है. केंद्रीय मत्स्य पालन और सूचना व प्रसारण राज्य मंत्री एल मुरुगन ने इस ऐलान को लेकर बताया है कि हमने चेन्नई स्थित सरकारी RSRM हॉस्पिटल को चुना है जहां पीएम मोदी के जन्मदिन पर पैदा होने वाले सभी बच्चों को सोने की अंगूठी दी जाएगी.

जाने कितने वजन की होगी अंगूठी

जानकारी के मुताबिक एक अंगूठी करीब 2 ग्राम सोने की होगी जिसकी कीमत 5,000 रुपये के आसपास हो सकती है. ये मुफ्त में दिए जाने की तैयारी है. अब भाजपा विरोधी ये पूछ रहे है कि क्या ये रेवड़ी नहीं है ?

    बिलाबॉन्ग स्कूल रेप कांड से जुड़ी बड़ी खबरः वारदात के दिन मासूम छात्रा के अलावा भी कई और छात्राओं के बदले गए थे कपड़े, मध्यप्रदेश बाल आयोग के सदस्य ने किया दावा

     भोपाल। बिलाबॉन्ग स्कूल रेप कांड (billabong school rape case) से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। वारदात के दिन मासूम छात्रा के अलावा भी कई और छात्राओं के कपड़े बदले गए थे। ये दावा मध्यप्रदेश बाल आयोग (Madhya Pradesh Children Commission) के सदस्य ब्रजेश चौहान ने किया है। बाल आयोग के सदस्य ब्रजेश चौहान ने कहा कि वारदात वाले दिन मासूम छात्रा के अलावा भी कई और छात्राओं के कपड़े बदले गए थे। मासूमों के साथ आरोपी ने अश्लील हरकत की थी।

    बता दें कि भोपाल के रातीबड़ स्थित बिलाबॉन्ग स्कूल (Billabong School) में साढ़े 3 साल की बच्ची से दुष्कर्म मामले में प्राचार्य और डॉयरेक्टर समेत 4 पर एफआईआर दर्ज हो गई है। जिन पर मामला दर्ज हुआ है, उनमें चेयरपर्सन प्रमोटर नज़्म जमाल, चेयरमैन ऑपरेशन फैजल अली, प्रिंसिपल आशीष अग्रवाल और ट्रासपोर्ट मैनेजर सय्यद बिलाल शामिल है। चारों के खिलाफ 188, पाक्सो एक्ट-21 में मामला दर्ज हुआ है। अपराध दबाने के आरोप में पाक्सो एक्ट-21 लगाई गई है। सीएम शिवराज की सख्ती के बाद भोपाल पुलिस का बड़ा एक्शन लिया है। इस मामले की खुद पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

    इससे पहले बुधवार को मामले में बड़ा खुलासा हुआ था। वारदात के दौरान बस में सहायिका और दो बच्चियां भी मौजूद थी। वारदात की जानकारी होने के बाद भी सहायिका ने मामले को छुपाय रखा। घटना छुपाने को लेकर पुलिस ने रेप कांड में सहायिका को सहआरोपी बनाया था। पुलिस ने कहा कि आख़िरी स्टॉप से पहले बस रोक कर ड्राइवर ने बच्ची के साथ ग़लत हरकत की थी। बच्ची से गंदी हरकत के बाद बस चालक ने बस को गैरेज में खड़ा किया था। GPS रिकॉर्ड के चलते आरोपी की पोल खुली है। बस में लगे CCTV बंद मिले हैं। एक्सपर्ट की मदद से CCTV फ़ुटेज निकालने की कोशिश की जा रही है।

    BREAKING: स्कूल वैन का रेडिएटर फटने से कई बच्चे झुलसे, मची चीख-पुकार, घटना के बाद से वैन चालक फरार

     शहडोल। शहडोल में उस समय बड़ा हादसा टल गया, जब बच्चों को लेकर जा रही स्कूल वैन का रेडिएटर फट पड़ा। रेडिएटर फटने से कई बच्चे झुलस गए। गनीमत रही कि कोई भी बच्चा ज्यादा गंभीर रुप से जख्मी नहीं हुआ। पूरा मामला शहडोल जिले में अंतिम छोर स्थित सीधी थाना क्षेत्र के बनसुकली अंशू भारती पब्लिक स्कूल का है। घायल बच्चो को इलाज के लिए जयसिहंगर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

    जिले के अंतिम छोर स्थित सीधी थाना क्षेत्र के बनसुकली अंशू भारती पब्लिक स्कूल की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बच्चों को ले जा रही वैन का रेडिएटर अचानक फट गया। इस घटना में गर्म पानी और लोहे के टुकड़ों की चपेट में आए कई बच्चे झुलस गए। सभी घायल बच्चों का इलाज जयसिहंगर अस्पताल में चल रहा है। इस घटना के बाद से वैन चालक और वैन दोनों लापता है। बच्चों के परिवारों ने स्कूल प्रबंधन पर खटारा गाड़ियों में बच्चों को स्कूल ले जाने और लापरवाही का आरोप लगाया है। वहीं लोगो का आरोप है कि स्कूल वैन चालक द्वारा गाड़ी का मेंटनेंस नही किया जाता है। इसके चलते गाड़ी हीट होकर रेडिएटर फट गया।

    जानकारी के मुताबिक बनसुकली स्थित अंशू भारती पब्लिक की स्कूल वैन से सुबह बच्चे स्कूल जा रहे थे। स्कूली वैन जैसे ही कुंदा टोला मोड़ के निकट पहुंची तभी उसका रेडिएटर अचानक फट गया। वैन में बैठे कई बच्चे रेडिएटर से निकले गर्म पानी और लोहे के टुकड़ों की चपेट में आकर झुलस गए। बच्चे चीखने-चिल्लाने लगे। जिन्हें आनन फानन में जयसिनहंगर अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना के बाद से वैन चालक वैन को लेकर फरार हो गया। वहीं मामले में स्कूल के प्राचार्य प्रदीप मिश्रा ने कहा कि वैन का रेडिएटर फटने से हादसा हुआ है। कुछ बच्चे झुलसे हैं, जिन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

    MPEB: अधिकारी ही लगा रहे है विभाग को चूना, चोरी की बिजली से रोशन हो रहे अधिकारियों के बंगले, स्ट्रीट लाइट से कनेक्शन

     जबलपुर। शहर में बिजली चोरी को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। बिजली की चोरी कोई और नहीं बल्कि एमपीईबी में बैठे टॉप मोस्ट अधिकारी ही कर रहे थे। जी हां जबलपुर के एमपीईबी क्षेत्र में बिजली कंपनी के सबसे बड़े अधिकारी ही बिजली चोरी की घटना को अंजाम दे रहे थे।

    दरअसल इन अधिकारियों के बंगलों में स्ट्रीट लाइट से चोरी छुपे कनेक्शन किया गया था। इस बात का खुलासा करने कांग्रेस नेता भी पहुंचे हुए थे। मौके पर एक डेमो भी करके देखा गया। जैसे ही स्ट्रीट लाइट बंद की जाती इन अधिकारियों के बंगलों की लाइट जल जाती और जैसे ही स्ट्रीट लाइट का स्वीच ऑन किया जाता इन बंगलों की लाइट भी ऑन हो जाती।

    नगर निगम भरता है स्ट्रीट लाइट का बिल

    इन स्ट्रीट लाइट का बिजली का बिल नगर निगम द्वारा भरा जाता है। वहीं नगर निगम जिसका संचालन शहर की जनता की गाढ़ी कमाई के टैक्स के पैसों से होता है। नगर निगम इन अधिकरियों के घर का बिजली का बिल भर रहा है। इसका मतलब साफ है कि, जनता के पैसों की लूट बिजली विभाग के अधिकारी ही कर रहे हैं। बिजली विभाग के अधिकारी खुद फ्री में बिजली जला रहे हैं और भार शहर की जनता पर आता है।

    किन किन अधिकारियों के घर जल रही चोरी की बिजली इनमें पूर्व विद्युत क्षेत्र कंपनी के एमडी, अन्य द्विवेदी। एमपीईबी के प्रबंध संचालक, मनजीत सिंह। मुख्य अभियंता, वाय के शिल्पकार। संचालक, प्रतीश कुमार दुबे। चीफ इंजीनियर एसके मेश्राम। ऐसे दर्जन भर अधिकारियों के घर चोरी की बिजली से रोशन हो रहा है।

    कर को लेकर ‘कलह’, VIDEO: पानी शुल्क देने से मना करने पर महिलाओं ने शख्स को पीटा, तलवार से भी की हमला करने की कोशिश

     इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में पानी कर ना देने पर एक व्यक्ति की महिलाओं ने पिटाई कर दी। पिटाई का वीडियो सामने आया है। जिसमें देखा जा सकता है कि कुछ महिलाएं उस शख्स का कॉलर पकड़कर उसकी पिटाई करते नजर आ रही हैं। वहीं एक महिला तलवार लेकर भी आ जाती है। वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

    दरअसल, पूरा मामला महू तहसील के भाटाखेड़ी पंचायत की रॉयल रेसीडेंसी कॉलोनी का है। जहां नल जल योजना के तहत हर घर में पंचायत ने नल लगवाए हैं। पंचायत ने कॉलोनी के रहवासियों से 300 रुपए प्रतिमाह पानी के लिए कर वसूली के आदेश दिए। लेकिन चंद्रप्रकाश दीक्षित नामक व्यक्ति ने इसका विरोध करते हुए कर देने से मना कर दिया। जिससे महिलाओं ने मिलकर उसकी जमकर पिटाई कर दी।

    विवाद और पिटाई का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस मामले में दोनों पक्षों ने शिकायती आवेदन दिया है। पुलिस ने आवेदन लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। इस मामले में ग्रामीण एसपी भगवत सिंह विरदे ने बताया कि भाटाखेड़ी पंचायत में कॉलोनी बनी हुई है। जहां नल-जल योजना के तहत घर-घर नल लगाए गए हैं। उसी के शुल्क को लेकर पंचायत और वहां के रहवासियों के बीच विवाद हुआ है। दोनों पक्षों से आवेदन लेकर मामले की जांच की जा रही है।


    जूडा का सरकार को अल्टीमेटम: कहा- ग्वालियर में मेडिकल छात्रों के साथ मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों को किया जाए सस्पेंड, नहीं तो…

     भोपाल/कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में आईपीएस ऋषिकेश मीना के साथ बदसलूकी के बाद पुलिस द्वारा मेडिकल छात्रों के साथ की गई मारपीट का जूडा ने विरोध किया है। जूडा ने मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की मांग नहीं है। साथ ही कार्रवाई नहीं करने पर सरकार को अल्टीमेटम दिया है। जुडा का कहना है कि अगर पुलिसकर्मियों को सस्पेंड नहीं किया जाता है तो कड़ा फैसला लिया जाएगा। बताया जा रहा है कि जूनियर डॉक्टर हड़ताल की तैयारी में हैं।

    दरअसल, मंगलवार की रात में CSP ऋषिकेश मीणा गश्त कर रहे थे। इस दौरान मेडिकल कॉलेज रोड पर कुछ लड़के शराब पी रहे थे। CSP ने जब लड़कों को रोकने की कोशिश की तो वे कार लेकर मेडिकल कॉलेज के रविशंकर हॉस्टल में घुस गए। जिसके बाद CSP हॉस्टल पहुंचे। लेकिन उनकी हॉस्टल में गाड़ी दाखिल होते ही छात्र हॉस्टल से बाहर आ गए। छात्रों ने हॉस्टल में आईपीएस अधिकारी को बंधक बनाने की कोशिश की। साथ ही उनका मोबाइल, वायरलेस सेट और गाड़ी की चाबी छीन ली और सरकारी वाहन को पंचर कर दिया। साथ ही PSO के साथ भी मारपीट की।

    घटना की जानकारी होने के बाद कई थानों के फोर्स ने मेडिकल कॉलेज के रविशंकर हॉस्टल को चारों ओर से घेर लिया। भारी संख्या में पहुंचे पुलिस फोर्स ने सर्चिंग अभियान चलाकर 6 से अधिक छात्रों को हिरासत में लिया। सर्चिंग के दौरान कई सीनियर छात्र हॉस्टल की छत से भागते हुए दिखे। बताया जा रहा है कि पुलिस ने छात्रों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। वहीं अंदर गटर से दो टुकड़ों में मोबाइल, गाड़ी की चाबी पुलिस ने बरामद की। इस मामले में GRMC मेडिकल कॉलेज के 10 छात्रों पर झांसी रोड़ थाना में केस दर्ज किया गया है।


    कल ग्वालियर को मिलेगी बड़ी सौगात: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी स्वर्ण रेखा नदी पर बनने वाली एलिवेटेड रोड की रखेंगे आधारशिला, सीएम शिवराज भी रहेंगे मौजूद






     ग्वालियर। मध्यप्रदेश में पहली बार किसी नदी पर एलिवेटेड रोड का निर्माण होने जा रहा है। कल गुरुवार को एलिवेटेड रोड और आईएसबीटी बस स्टैंड का भूमि पूजन होगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के मुख्य आतिथ्य में होने जा रहे इस कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहेंगे।
    आपको बता दें कि 466 करोड की लागत से फूलबाग स्थित रानी लक्ष्मीबाई स्मारक से ट्रिपल आईटीएम एबी रोड तक लगभग 6 किलोमीटर एलिवेटेड रोड फर्स्ट फेज स्वर्ण रेखा नदी पर बनने वाला है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय बस टर्मिनल का भी निर्माण होना है। ऐसे में गुरुवार को इसकी नींव रखी जाएगी। हजीरा स्थित खेल मैदान में आयोजित होने जा रहे इस भव्य कार्यक्रम की व्यवस्थाओं को लेकर बुधवार को ग्वालियर कलेक्टर, कमिश्नर, एसपी के साथ प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ने जायजा लिया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

    ऊर्जा मंत्री प्रदुमन तोमर का कहना है कि गुरुवार का दिन ग्वालियर के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण दिन साबित होगा। उन्होंने कहा कि देश के सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ट्रिपल आईटीएम से लेकर वीरपुर बांध तक 15 किलोमीटर एलिवेटेड रोड का भूमि पूजन करेंगे। इस मौके पर प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर सहित कई वरिष्ठ नेता और अफसर मौजूद रहेंगे।

    ऊर्जा मंत्री प्रदुमन तोमर ने कहा कि एलिवेटेड रोड शहर के अंदर मौजूद ट्रैफिक के दबाव को कम करने के साथ-साथ शहर की यातायात व्यवस्था को सुंदर और मजबूत बनाएगा। इसके साथ ही आईएसबीटी बस स्टैंड के जरिए अलग-अलग राज्यों से सड़क मार्ग की कनेक्टिविटी को और अधिक मजबूती भी मिलेगी। गौरतलब है कि केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी गुरुवार को दोपहर लगभग 2:00 बजे ग्वालियर पहुंचेंगे। जिसके बाद वह पीतांबरा पीठ दर्शन करने जाएंगे।

    केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी का एमपी दौरा

    • केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी दोपहर लगभग 2:20 बजे विमान से दतिया पहुंचेंगे।
    • दतिया में मां पीताम्बरा पीठ के दर्शन करने के बाद ग्वालियर आएंगे।
    • दोपहर 3.35 के राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयरपोर्ट महाराजपुरा पहुंचेंगे।
    • शाम 4 बजे मुरैना लिंक रोड़ पर केन्द्रीय दिव्यांगजन खेल परिसर पहुंचेंगे।
    • एलीवेटेड रोड़, आईएसबीटी एवं अन्य विकास कार्यों के लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे।
    • शाम 5:45 बजे ग्वालियर एयरपोर्ट आकर विशेष विमान से नागपुर के रवाना होंगे।

    वारदात से पहले गिरफ्त में 4 अपराधीः सभी राजस्थान के ‘कंजर गिरोह’ के सदस्य, आरोपियों के पास से देसी कट्टा, जिंदा कारतूस और धारदार हथियार जब्त

     उज्जैन। उज्जैन पुलिस ने कार्रवाई करते हुए वारदात से पहले ही 4 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार सभी अपराधी ‘कंजर गिरोह’ (kanjar gang) के सदस्य है। सभी पेट्रोल पंप के पास डकैती डालने की योजना बना रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 4 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं दो भागने में कामयाब रहे। पुलिस ने इनके पास से देसी कट्टा, जिंदा कारतूस और धारदार हथियार जब्त किया है।

    उज्जैन जिले के झारड़ा पुलिस ने पेट्रोल पंप पर डकैती डालने की तैयारी कर रहे राजस्थान के हथियार बंद कंजर गिरोह के सदस्यों को रंगे हाथ पकड़ा है। 6 आरोपी मिलकर पेट्रोल पंप के पास डकैती की योजना बना रहे थे। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने तीन टीम बनाकर आरोपियों को हिरासत में लिया। चोरी के वाहन से लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए कंजर गिरोह के सदस्य उज्जैन आए थे। गिरोह के दो सदस्य पुलिस को चकमा देकर भागने में कामयाब रहे। दोनों आरोपियों को पुलिस तलाश कर रही है।
    देर रात की गई कार्रवाई में चार आरोपियों तो पुलिस ने चाकू छुरी डंडे मिर्ची पावडर के साथ हिरासत में लिया है। इन कंजरों से हथियार में टॉमी, सरिया, चाकू, जिंदा कारतूस, देसी कट्टा, मिर्ची पाऊडर, राजस्थान की शराब और घटना में प्रयुक्त वाहन जब्त किया है। अपराधियों से पूछताछ में जानकारी लगी की वाहन भी चोरी की है।

    खनिज निरीक्षक सस्पेंडः गर्भवती पत्नी ने दहेज प्रताड़ना और मारपीट का लगाया है आरोप, काम में लापरवाही और आपराधिक मामले दर्ज होने के बाद कलेक्टर ने किया निलंबित

     बुरहानपुर। बुरहानपुर में खनिज विभाग निरीक्षक गोविन्द पाल को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड (Mineral Inspector Govind Pal suspended) कर दिया गया है। खनिज निरीक्षक पर गर्भवती पत्नी ने दहेज प्रताड़ना (Mineral inspector Govind Pal accused of dowry harassment) और मारपीट का आरोप भी लगाया था। काम में लापरवाही बरतने और आपराधिक मामला दर्ज होने के बाद बुरहानपुर कलेक्टर प्रवीण सिंह (Burhanpur Collector Praveen Singh) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गोविन्द पाल को निलंबित कर दिया है।

    बता दें कि 31 अगस्त को खनिज विभाग (Mineral Department) निरीक्षक गोविन्द पाल की गर्भवती पत्नी ने लालबाग थाने में पति गोविंद पाल, देवर अनिल पाल, सास संतीबाई और ससुर बाल्मीक प्रसाद पाल के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और मारपीट कर घर से भगाने की शिकायत की थी। इसके बाद पुलिस ने दहेज प्रताड़ना सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था।

    आरोपी देवर

    प्रियंका ने लिखित आवेदन देकर लालबाग थाना पुलिस को बताया कि देवर अनिल पाल व उसके माता-पिता के उकसावे में आकर पति ने मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया है। देवर और सास-ससुर उससे दहेज की मांग करने के साथ ही मारपीट भी करते थे। प्रियंका ने पत्रकारों से बातचीत में यह भी कहा कि अनिल खुद कोई काम धंधा नहीं करता। बावजूद इसके बुरहानपुर में रहते हुए उसने कार और ट्रैक्टर आदि खरीद लिया है। प्रियंका का आरोप है कि अनिल अपने खनिज निरीक्षक भाई के बदले खनन कारोबारियों से रकम वसूल करता है। उसकी संपत्ति की प्रशासन काे जांच करानी चाहिए।खनिज निरीक्षक का भाई करता है वसूली
    बता दें कि सालभर पहले खनिज निरीक्षक गोविंद पाल की बुरहानपुर में पदस्थापना हुई थी। इसके बाद से ही उनका भाई अनिल पाल सुर्खियों में है। कई बार खनन कारोबार से जुड़े लोगों काे उनके घर आते-जाते देखा गया है। खनन कारोबारियों से वसूली को लेकर विभाग के अन्य कर्मचारियों में भी चर्चाएं रही हैं। इसे लेकर एक बार महिला खनिज अधिकारी से विवाद की स्थिति तक बन गई थी। उल्लेखनीय है कि जिले में रेत के अवैध खनन से लेकर गिट्टी कारोबार तक धड़ल्ले से चल रहा है। नियमानुसार इसके खिलाफ खनिज निरीक्षक को कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन वे मौन साधे हुए हैं। जिसके चलते कलेक्टर प्रवीण सिंह को राजस्व विभाग से कार्रवाई करानी पड़ रही है। इससे भी खनिज निरीक्षक के भाई पर लगाए जा रहे आरोपों को बल मिल रहा है। दूसरी ओर खनिज निरीक्षक गोविंद पाल ने खुद पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया था।